विकास दुबे को शरण देने वाले पिता-पुत्र भेजे गए जेल, भांजा एक दिन की रिमांड पर
फरीदाबाद(एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के कानुपर में 8 पुलिसवालों की हत्या के आरोपित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के तीन साथियों को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायिक दंडाधिकारी मोहम्मद जकारिया खान की अदालत में पेश किया। वहां से अंकुर और श्रवण को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि उसके भांजे प्रभात मिश्रा को कोर्ट ने कानपुर के चौबेपुर थाना के सब इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह की मांग पर एक दिन की ट्रांजिट रिमांड पर सौंप दिया है।आरोपित से यूपी एसटीएफ पूछताछ करेगी।
श्रवण और अंकुर पिता-पुत्र हैं। इनके खिलाफ खेरी पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है। कहा जा रहा है कि विकास दुबे 5 जुलाई को यहां पहुंच गया था। इंदिरा एन्क्लेव में उसका रिश्तेदार अंकुर रहता है। पहले विकास अंकुर के पास ठहरा था। बाद में उसके लिए ओयो में ठहरने की व्यवस्था की। पुलिस को इंदिरा एन्क्लेव से ही सुराग हाथ लगा था। इसके बाद अंकुर को हिरासत में ले लिया गया। उसने विकास के ओयो होटल में ठहरे होने की सूचना दी। फऱीदाबाद पुलिस ने ओयो के गेस्ट हाउस पर छापा मारा, जहां प्रभात उर्फ़ कार्तिकेय को पकड़ा गया, जबकि विकास पहले ही यहां से निकल गया था।विकास दुबे के अपने गुर्गों के साथ दिल्ली से सटे फरीदाबाद में छिपे होने की सूचना पर जिला क्राइम ब्रांच की टीमों ने मंगलवार रात राष्ट्रीय राजमार्ग पर बडख़ल मोड़ के पास स्थित ओयो गेस्ट हाउस में छापेमारी कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। बुधवार सुबह 5 बजे पुलिस टीम ने अंकुर के घर दोबारा सर्च किया। वहा से चार पिस्टल, 44 कारतूस, एक बैग बरामद हुआ। सुबह 6 बजे पुलिस ने प्रभात, अंकुर और उसके पिता श्रवण की गिरफ़्तारी डालकर मुकदमा दर्ज किया। सुबह 7 बजे ऊंचा गांव क्राइम ब्रांच पुलिस ने तीनों से पूछताछ शुरू की। करीब 10 बजे पुलिस की एक टीम ने हरी नगर में अंकुर के घर की दोबारा तलाशी ली और पड़ोसियों से भी पूछताछ की गई।खबर लिखने तक फरीदाबाद के साथ-साथ यूपी पुलिस भी एनसीआर में विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर निरंतर छापेमारी कर रही है और सर्च आप्रेशन चलाया जा रहा है।