राज्य : पायलट खेमा बोला अब और इंतजार नहीं होता

जयपुर । पिछले दो दिन से पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नीतियों, कार्यशैली पर मुखर हो रहे उनकी मुखरता के मुख्य बिन्दुओं में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ढाई साल पहले की गई मेहनत का फल दिलवाना कहा जा रहा है उनकी इस बात को आज तक ओर बल मिल गया जब उनके जयपुर सरकारी निवास पर करीब आठ विधायक उनसे मिलने पहुंच गए। उनसे मिलने वालों में विश्वेंद्र सिंह, वेदप्रकाश सोलंकी, पी आर मीणा, मुकेश भाकर, गुरुदीप सिंह साहपीनी, राकेश पारीक, जी आर खटाना और रामनिवास गावडिय़ा पहुंचें।
ज्ञात रहे कि हेमाराम चौधरी का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के पास है और उन्होने हेमाराम चौधरी को व्यक्गित अपना पक्ष रखने के लिए समय भी दिया हुआ है चौधरी उनसे मिलते उससे पहले ही लगता है एक बार फिर सचिन पायलट के पक्षधर विधायकों ने अपनी संख्या दिखाकर मुख्यमंत्री गहलोत खेमे को स्पष्ट कर दिया है कि हम सब कांग्रेसी है और कांग्रेसी ही रहेंगे मगर सरकार के द्वारा दिया जा रहा कार्यकर्ताओं को वेट एंड वॉच टरकाऊ नीति अब बर्दाश्त से बाहर हो रही है। विधायकों ने कहा कि आलाकमान को कार्यकर्ताओं से जुड़े मसले सुलझाने चाहिए. राजनीतिक नियुक्तियों में हो रही देरी से कार्यकर्ता हताश हो रहे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह ने भी सोच समझ कर बात कही होगी 5 साल संघर्ष करने वाले नेताओं-कार्यकर्ताओं की आवाज को उन्होंने बुलंद किया है. जिन लोगों का पार्टी के लिए योगदान है उन्हें उनका हक मिलना चाहिए. आलाकमान ने जो वादे किए उन्हें पूरा करना चाहिए 10 महीने बीत चुके हैं। विधायकों का यह भी कहना था कि जिस तरह से सिद्धू की बात सुनी गई है. उसी तरह पायलट की बात भी सुनी जानी चाहिए थी. हमारा संघर्ष जारी है और करते रहेंगे. वहीं विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने भी यही बातें दोहरायी. उन्होंने कहा कि अभी आलाकमान से मिलने का वक्त नहीं मांगा गया है. सोलंकी ने कहा कि हम जिस तरह रोज भगवान के मंदिर जाते हैं. उसी तरह से हम रोज गहलोत के यहां क्षेत्र के विकास और अपने हक हकूको को बहाल करने की गुहार लगाते हैं मगर सरकार हमारी बात सुनकर अनसुनी कर देती है।

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