राज्य : तृणमूल की जीत के बाद प. बंगाल में शुरू बर्बर हत्याएं व दुष्कर्म का दौर

ओम प्रकाश
कोलकाता (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद राज्य में कई स्थानों से हिंसा की खबरें आ रही हैं। बर्बर हिंसा के दौरान महिलाओं को भी निशाना बनाया जा रहा है और सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। 
लोगों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की बर्बर तरीके से हत्या की जा रही है और महिला पोलिंग एजेंट के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। भाजपा की प्रदेश इकाई ने सोमवार को अपने आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में एक बयान जारी किया है, उसमें दावा किया है कि बीरभूम जिले के नानूर से भाजपा उम्मीदवार तारक साहा की पोलिंग एजेंट बनी दो महिला कार्यकर्ताओं से तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इस दौरान एक महिला का अपहरण कर लिया गया है। 
इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र के 12 गांवों में भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के साथ शारीरिक उत्पीड़न व यौन शोषण की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। 
प्रदेश भाजपा के प्रभारी व महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि एक दिन में भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं व कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारा गया है। इनमें से बेलियाघाटा के अभिजीत सरकार और सोनारपुर के हारन की बर्बर तरीके से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। 

उन्होंने दावा किया है कि हत्या से पहले अभिजीत सरकार ने फेसबुक लाइव किया था, जिसमें उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा क्षेत्र में हिंसा के बारे में जानकारी दी थी। उसके 15 मिनट के बाद उन्हें पीट-पीटकर मार डाला गया। 
चुनाव परिणाम आने के बाद ही रविवार रात अभिजीत सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की हिंसक गतिविधियों पर एक फेसबुक लाइव किया था और इसके माध्यम से अपनी बात रखी थी। वीडियो के जरिए उन्होंने बताया था कि तृणमूल के गुंडे लगातार बमबारी कर रहे हैं और उनके घर और दफ्तर को तहस-नहस कर डाला है। 
फेसबुक लाइव में इन घटनाओं के लिए अभिजीत ने तृणमूल विधायक स्वर्ण कमल साहा के लोगों को दोषी ठहराया था। लाइन वीडियों के थोड़ी देर बाद ही तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता उसके घर गए और पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी।

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