युवाओं को आत्मनिर्भर बना रही है मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना
योजना के अर्न्तगत निर्माही लाल को मिला तीन लाख रुपए का चेक
संवाददाता
श्रावस्ती। राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवकों की बेरोजगारी की समस्या दूर करने और प्रदेश के हुनरमंद व कर्मठ युवाओं को अपने पैरो पर खड़ा करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना की शुरूआत की है। इस योजना का मुख्य उदद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को अपना उद्योग शुरू कर स्वरोजगार स्थापित करने के लिए 25 लाख रुपए तक एवं सेवा क्षेत्र हेतु 10 लाख रुपए तक का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। इसमें राज्य सरकार द्वारा 25 प्रतिशत मार्जिन मनी/अनुदान लाभार्थी को उपलब्ध कराया जाता है, जो कि उद्योग क्षेत्र हेतु अधिकतम 6.25 लाख तथा सेवा क्षेत्र हेतु 2.50 लाख तक देय होता है, जो उद्यम के दो वर्ष तक सफल संचालन के उपरान्त अनुदान में परिवर्तित हो जाता है। प्रदेश के युवाओं को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजनान्तर्गत लाभान्वित कराते हुए उनको आत्मनिर्भर एवं सशक्त तथा आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिए सरकार बड़ी तेजी से कार्य कर रही है।
प्रदेश में बहुत से ऐसे युवा है, जो शिक्षित और किसी न किसी ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बावजूद आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अपना खुद का कोई उद्योग, स्वरोजगार शुरू नहीं कर पाते। मुख्यमंत्री जी का ध्येय है कि राज्य के ऐसे युवा इस योजना के अन्तर्गत आवेदन करें और अपना रोजगार शुरू करे, इसके लिए सरकार उनकी आर्थिक सहायता करेगी। प्रदेश के युवाओं को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजनान्तर्गत लाभान्वित कराते हुए उनको आत्मनिर्भर एवं सशक्त तथा आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिए सरकार बड़ी तेजी से कार्य कर रही है। विकास खण्ड सिरसिया के निर्माही लाल एक शिक्षित बेरोजगार युवक था, जिसने स्वरोजगार की तलाश में कई विभागों से सम्पर्क करने के उपरान्त कार्यालय जिला उद्योग एंव उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र से सम्पर्क किया। कार्यालय में स्थापित हेल्प डेस्क द्वारा उद्योग/स्वरोजगार स्थापित करने हेतु इन्हे आवश्यक परामर्श दिया गया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री युवास्वरोजगार योजना अन्तर्गत जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र एवं इलाहाबाद बैंक हेमपुर श्रावस्ती द्वारा इन्हें यूनिट स्थापना हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की गयी। वर्तमान में अब इनके द्वारा इलेक्ट्रनिक रिपयेरिंग की दुकान सुचारु रूप से संचालित की जा रही है। बैंक की किस्तें भी समय से अदा कर रहे हैं और अपने परिवार के भरण पोषण के साथ साथ 02 अन्य व्यक्तियों को भी रोजगार प्रदान किया है।
कोरोना के समय में बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में काम करने वाले उत्तर प्रदेश के अर्द्धकुशल, कुशल श्रमिक, कारीगर, शिक्षित युवा प्रदेश मे लौटे हैं। इन प्रवासी श्रमिकों को स्थाई रोजगार देने के लिए प्रदेश सरकार बड़ी तत्परता से कार्य कर रही है। इसके तहत सरकार सूक्ष्म, लद्यु एवं मध्यम उद्योगों से जुड़ी कई योजनाओं को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लाया है। जहां से कोई भी पात्र व्यक्ति आवेदन कर सकता है। प्रदेश सरकार बेरोजगार युवाओं को खुद का उद्योग स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना को बढ़ावा दे रही है। इस योजना के अन्तर्गत लाभ लेने के लिए यह जरूरी है कि लाभार्थी उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो और बेरोजगार हो। आवेदनकर्ता की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच की होनी चाहिए। और वह किसी बैंक का डिफाल्टर न हो। लाभार्थी को कम से कम हाईस्कूल पास होना जरूरी है तथा इस योजना के अन्तर्गत लाभ लेने के पहले से इस तरह की किसी अन्य योजना का लाभ न उठा रहा हो। प्रदेश के मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना का प्रदेश के हजारों बेरोजगार युवा लाभ उठाते हुए आत्मनिर्भर हो रहे हैं। युवाओं द्वारा लगाये जा रहे उद्यमों से अन्य लोगों को भी रोजगार मिल रहा है, साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो रही है।