मृतक कोटे से नौकरी दिलाने के नाम पर 98 लाख की ठगी
राज्य डेस्क
देहरादून। रेलवे में मृतक कोटा से 13 लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर तीन बहनों ने 98 लाख रुपये ठग लिये। तीनों बहनों के खिलाफ कनखल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बहनों ने अपने पिता को रेलवे का बड़ा अधिकारी बताया था और पिता के निधन के बाद मृतक कोटे से रेलवे से भर्ती कराने का आश्वासन दिया था।
पुलिस के मुताबिक, कनखल हजारी बाग निवासी रविंद्र ठाकुर पुत्र सीताराम पेशे से व्यापारी है। दक्ष मंदिर के पास रविंद्र कुमार की माला चूड़ी की दुकान है। दुकान पर संगीता मुखर्जी उर्फ मीना राय, सुप्रीया उर्फ प्रयिंका और सीमा उर्फ मोनिका राय पुत्रीगण सुभाष राय निवासीण वैष्णवी अपार्टमेंट दत्त कुटी कनखल आया करती थी। यह बात 2016 की है। एक दिन संगीता ने रविंद्र से उसकी बेटियों के बारे में जानकारी ली। व्यापारी ने बताया कि पढ़ाई पूरी कर ली है और नौकरी की तलाश कर रही है। तभी संगीता ने रेलवे में नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया। संगीता ने बताया कि उसके पिता अशोक मुखर्जी रेलवे में नई दिल्ली में उच्चाधिकारी थे। तीनों बहनों ने पिता को एफएनसीओ के पद पर बताया था। उन्होंने बताया कि 2015 में उनके पिता का निधन हो गया और रेलवे में उनकी जगह चार लोगों को भर्ती होना है। दो पदों पर तो सुप्रीया और सीमा भर्ती होगी, लेकिन दो पद खाली है। रविंद्र बहनों के झांसे में आ गए और नौकरी के नाम पर दो बेटियों के लिए रुपये दे दिए। इसके बाद धीरे धीरे तीनों बहनों ने बताया कि कई अन्य लोगों की भर्तियां भी होनी है। व्यापारी रविंद्र ने चार पदों के लिए 14.25 लाख रुपये ले लिए। जबकि रविंद्र के परिचित रामचंद्र से छह पदों पर भर्ती के लिए 63ः65 लाख रुपये, रमेश से एक पद के लिए 1.49 लाख, अरुण पाल से एक पद के लिए 12.25 लाख, मनीष पाल से एक पद के लिए 7.12 लाख रुपये ले लिए। कुल 13 पदों के लिए तीनों बहनों को व्यापारी और उनके परिचितों ने 98 लाख रुपये दे दिए। जब कई सालों तक नौकरी नहीं लगी तो वर्ष 2019 में व्यापारी ने अपने पैसे वापस मांगे। तीनों बहनों ने पैसे नहीं दिये और अपना मोबाइल फोन भी बंद कर लिया। बाद पुलिस में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। बाद पीड़ित लोगों ने कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट के आदेश पर गुरुवार को कनखल पुलिस ने तीनों बहनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इसकी पुष्टि इंस्पेक्टर शंकर सिंह बिष्ट ने की है।