मुख्यमंत्री ने बलरामपुर में किया मिशन शक्ति का शुभारंभ
बहन बेटियों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्रवाई
योगी ने किया 16 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 52 परिजनाओं का शिलान्यास
संवाददाता
बलरामपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के उद्देश्य से शनिवार को जनपद बलरामपुर से ‘मिशन शक्ति’ का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने 49.864 करोड़ की 16 परियोजनाओं का लोकार्पण व 552.719 करोड़ लागत की 52 परिजनाओं का शिलान्यास किया । मुख्यमंत्री ने मिशन शक्ति का ‘लोगो’ भी जारी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी सुरक्षा, नारी सम्मान तथा नारी स्वावलंबन अभियान प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति अभियान तीन चरणों में चलाया जाएगा। पहले चरण में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, दूसरे चरण में मिशन शक्ति ऑपरेशन चलाया जाएगा तथा तीसरे चरण में ऑपरेशन दुराचारी के अंतर्गत पूरे समाज का सहयोग लेकर दुराचारियों के विरुद्ध कानून सम्मत ढंग से दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के विपरीत आचरण कार्य करने वाले लोगों की फोटो चौराहों पर लगाकर उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 1535 थानों तथा 350 तहसीलों में एक महिला हेल्प डेस्क बनाया जाएगा। इसमें महिलाओं से संबंधित समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई की व्यवस्था होगी तथा उनकी समस्या के निदान व सुरक्षा के संबंध में अलग से महिला कांस्टेबल व कक्ष की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत महिला अपराध से संबंधित मामलों में त्वरित कार्यवाही की जाएगी तथा तय समय सीमा के भीतर फाइनल रिपोर्ट लगाई जाएगी। उन्होंने प्रदेश के 24 करोड़ लोगों को आश्वस्त किया कि उनकी सुरक्षा में से सेंध लगाने वालों का स्थान इस प्रदेश में नहीं है तथा उनके विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने विगत दिनों बलरामपुर में हुई घटना का उल्लेख करते हुए बलरामपुर की बेटी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि प्रदेश में कोई भी दुराचारी बचने न पाए, इसके लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जनपद की बेटी के सम्मान में ही मिशन शक्ति का कार्यक्रम बलरामपुर की धरती पर रखा गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन से प्रारंभ मिशन शक्ति का कार्यक्रम प्रदेश में आगामी चैत्र नवरात्र तक चलेगा तथा इसमें विभिन्न विभागों से अंतर समन्वय करते हुए तीन चरण के कार्यक्रम संपन्न कराए जाएंगे। नवरात्र के त्यौहार नारी शक्ति का प्रतीक है। व्यवहारिक जीवन में भी नारी को शक्ति के रूप में देखा जाए, इसलिए इस अभियान का शुभारंभ किया गया है। बलरामपुर की धरती से शुरू किये जा रहे अभियान से देश में हर बेटी व हर बहन को सुरक्षा का संदेश मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती में 31227 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं, जिसमें 33 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं चयनित हुई है। ये महिला शिक्षक के रूप में समाज के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगी। इस अभियान में 24 विभागों के अतिरिक्त विभिन्न स्वयंसेवी संगठन, महिला समूह, सामाजिक संगठन तथा यूनिसेफ जैसे संगठनों में अच्छा कार्य करने वालों की सूची बनाई जाएगी और प्रदेश स्तर पर एक स्वस्थ्य प्रतियोगिता का आयोजन करके उन्हें सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के स्वावलंबन के लिए एक लाख 37 हजार पुलिस भर्ती संपन्न हुई है, जिसमें 20 प्रतिशत महिलाएं हैं जो आज समाज की सुरक्षा में अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि नौकरी के अतिरिक्त अन्य स्वावलंबन के कार्यों में भी महिलाओं को जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी की लड़ाई में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में व्यापक सफलता मिली है। उनके द्वारा समय से लिए गए निर्णयों से देश को लाभ मिला है। उन्होंने इस अवधि में विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर जन-जन को उसका लाभ दिलाया है। उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ के आत्मनिर्भर पैकेज ने आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त किया है। 67 वर्षों से गरीब लोगों को जिन योजनाओं का लाभ नहीं मिला था, अब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्राप्त होने लगा है, और सरकार द्वारा संचालित योजनाएं स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता का आधार बनी है। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में चार करोड़ देशवासियों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन, 8 करोड़ परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस, 12 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि योजना का लाभ, 37 करोड़ लोगों का जनधन खाता तथा 50 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना से लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री जी के कारण गरीबों के घर निःशुल्क खाद्यान्न व पेंशन प्राप्त हो रही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भी इन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनचलों की शिकायत अवश्य की जाए, इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 1076 है, जिस पर उन तक सूचना पहुंच जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन 181, 112, 102, व 108 आदि को जोड़कर मिशन शक्ति के अभियान में लगाया जा रहा है। इसमें पूरे समाज का सहयोग अपेक्षित है। कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में अच्छा कार्य करने वाली आशा कार्यकत्री, स्वयं सहायता समूह तथा फार्म मशीनरी के समूह को प्रमाण पत्र वितरित किया। जागरूकता हेतु एलईडी वैन तथा परिवहन निगम की बसों को हरी झंडी दिखाई।
इस अवसर पर विधायक सदर पल्टूराम, विधायक उतरौला राम प्रताप वर्मा तथा विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ल ने अपने संबोधन में प्रदेश में चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, कार्यक्रमों व उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री का स्वागत किया। समारोह को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के हर थानों में महिला सशक्तिकरण के लिए हेल्प डेस्क बनाया जाएगा तथा महिलाओं व बच्चों से संबंधित लंबित मामलों में प्रभावी पैरवी करके निस्तारण की कार्रवाई कराई जाएगी। उन्होंने मिशन शक्ति अभियान के प्रचार-प्रसार में मीडिया बंधुओं से भी सहयोग की अपील की। इस अवसर पर जन जातीय क्षेत्र में रहने वाली बच्चियों द्वारा आत्म सुरक्षा हेतु जूडो कराटे तथा अन्य कलाकारों द्वारा लघु नाटिका के माध्यम से भ्रूण हत्या के खिलाफ जन-जन में प्रभावी संदेश देने हेतु अपनी प्रस्तुति की गई। इस अवसर पर महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन उत्तर प्रदेश तथा महिला कल्याण विभाग की ओर से मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत आकर्षक स्टाल लगाए गए थे। कलाकारों द्वारा उत्कृष्ट और मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। देवीपाटन मण्डल के आयुक्त एसवीएस रंगाराव ने कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री सहित सभी के प्रति आभार व्यक्त किया तथा आश्वस्त किया कि मंडल के प्रत्येक जनपद में मिशन शक्ति कार्यक्रम को पूरी तरह से सफल बनाया जाएगा। इस अवसर पर मिशन शक्ति के ‘लोगों’ विषयक स्मृति चिन्ह मुख्यमंत्री को भेंट किया गया। इस अवसर पर सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन दावा शेरपा, जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, दर्जा प्राप्त मंत्री चंद्रराम चौधरी, डीआईजी डा. राकेश सिंह, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी अमन दीप डुली, यूनिसेफ प्रतिनिधि व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।