लखनऊ |बसपा सुप्रीमो मायावती सितंबर से विधानसभा चुनावी अभियान का शुरुआत करने जा रही हैं। मायावती सात सितंबर को लखनऊ पार्टी कार्यालय में प्रबुद्ध विचार गोष्ठी को संबोधित करेंगी। इसके पहले पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र चार सितंबर तक जिलों-जिलों में गोष्ठी करेंगे। पांचवें चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर से शुरुआत करने की तैयारी है।
मायावती ने इस बार वर्ष 2007 की तरह सतीश चंद्र मिश्र को प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें खासकर ब्राह्मण समाज को जोड़ने का काम किया जा रहा है। मायावती का मानना है कि भाजपा से ब्राह्मण समाज नाराज है और इस नाराजगी के चलते अगर इनका साथ मिल गया तो सत्ता में आने से बसपा को कोई नहीं रोक पाएगा। बसपा प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी में खासकर इस समाज के नेताओं को जरूर बुला रही है। इसके साथ ही भाजपा, कांग्रेस या सपा से नाराज ब्राह्मण नेताओं को जोड़ने का काम भी किया जा रहा है।
बसपा सूत्रों का कहना है कि लखनऊ में मायावती जब प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी को संबोधित करेंगी उसमें जिलों में सम्मेलन के दौरान पार्टी में शामिल होने वालों को भी बुलाया जाएगा। बसपा सुप्रीमो इसमें पार्टी की रीति-नीति के साथ ही भावी एजेंडे के बारे में जानकारी देंगी। खासकर विधानसभा चुनाव में बसपा किस एजेंडे को लेकर चलेगी और प्रचार में कैसे हमलावर रुख अपनाते हुए भाजपा सरकार की पोल खोलेगी।
बूथ स्तर पर होंगी बैठकें
बसपा इसके साथ ही बूथ स्तर पर भाईचारा कमेटियों की बैठक करने जा रही है। इसमें सभी समाज के लोगों को बुलाया जाएगा। इसका मकसद बूथ स्तर पर लोगों को बसपा के साथ जोड़ना है। बूथ स्तर पर बैठकें करने के लिए मंडलीय प्रभारियों की जिम्मेदारियां तय की जा चुकी हैं। इस बैठक में खासकर कर जिला सेक्टर प्रभारी के साथ विधानसभा प्रभारियों को रहना जरूरी होगा। बूथ स्तर पर होने वाली बैठकों का फीडबैक मायावती स्वयं सेक्टर प्रभारियों से सीधे लेंगी।
