मस्तिष्क को भी नुकसान पहुंचा रहा है कोरोना : डॉक्टर मनीष

आशुतोष पाण्डेय
नई दिल्ली (हि.स.)। कोरोना की दूसरी लहर से पूरा देश परेशान है। संक्रमण की बढ़ती दर ने देश को बेहाल कर दिया है। ऐसे में मानसिक रूप से स्वस्थ रहना हर किसी के लिए चुनौती है। 
दिल्ली के प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन डॉ मनीष कुमार ने शनिवार कहा कि कोरोना मस्तिष्क को भी डैमेज कर रहा है। इस लिए कोरोना की दूसरी लहर में सावधान रहने की जरूरत है। ऐसे में सभी को अधिक से अधिक हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए साथ ही हर व्यक्ति को कमसे कम 4 से 5 लीटर पानी प्रतिदिन पीना चाहिए। 
डॉक्टर मनीष ने कहा कि इस बार देखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण दिमाग में खून के थक्के बन जा रहे हैं। जिसके कारण खतरा और अधिक बढ़ जाता है। इस अवस्था में अगर कारगर उपचार न किया गया तो मस्तिष्क में रक्त का स्राव होने लगता है। जिससे मरीज की जान पर बन आती है। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर में यह मस्तिष्क को अधिक डैमेज नहीं कर रहा था खासकर युवा लोगों में ऐसी समस्याएं न के बाराबर थी। लेकिन दूसरी लहर में देखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमण हर आयु वर्ग के लोगों के मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा रहा है। 
डॉक्टर मनीष ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बाद शरीर बेहद कमजोर हो जाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिसके कारण फंगस इनफेक्शन की आशंका अधिक रहती है। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस लोगों को घेर रहा है। इस रोग में काले रंग की फंगस नाक, साइनस, आंख और दिमाग में फैलकर उसे नष्ट कर करने की कोशिश करता हैं। उन्होंने कहा जिन लोगों को मधुमेह है उन्हें और अधिक सावधान रहने की जरूरत है। ये फंगस आंखों को अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं अगर सही समय पर उपचार न मिला तो आंखों की रौशनी तक चली जाती है। डॉक्टर ने कहा कि बुखार, सर दर्द, खांसी, सांस फूल रही हो,नाक बंद हो, नाक में म्यूकस के साथ खून आ रहा हो,आंख में दर्द हो, आंख फूल जाए, एक चीज दो दिख रही हो या दिखना बंद हो जाए तो इनमें से किसी बात को नजरंदाज न करें। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें। 

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