बॉलीवुड में बलिया की खुशबू बिखेर रहे ‘बम्बई में का बा’ से धूम मचाने वाले गीतकार डा. सागर
बलिया, 02 दिसम्बर (हि. स.)। ‘बम्बई में का बा’ गीत लिख कर से पूरे देश में प्रसिद्धि पाने वाले डा. सागर बॉलीवुड में बलिया की महक बिखेर रहे हैं। बुधवार को वे जिलेे में थे। संकल्प साहित्यिक संस्था से जुड़े कलाकारों व साहित्यकारों ने इस नामचीन गीतकार को सम्मानित किया।
बॉलीवुड के प्रसिद्ध गीतकार डा. सागर ने संकल्प संस्था द्वारा आयोजित सम्मान समारोह एवं संवाद कार्यक्रम में कहा कि भोजपुरी सिर्फ भाषा ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति, संस्कार और जीवन शैली भी है। भोजपुरी की अस्मिता को पुनः स्थापित करने की दिशा में हमारा प्रयास कितना सफल होगा, यह तो आने वाला समय बताएगा लेकिन हमारा प्रयास है कि हम अपनी मिट्टी की महक को दूर तक फैला सकें। बोले, यूं तो हर सम्मान महत्वपूर्ण होता है लेकिन अपने लोगों के बीच अपनों द्वारा सम्मानित होना हमें गर्व से भर देता है। साथ ही भविष्य के लिये हमारी जिम्मेदारियां भी तय करता है कि हम और बेहतर कर सकें।
रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी में बताया कि सागर नगरा के ककरी गांव के मूल निवासी हैं। पढ़ाई के दौरान से ही साहित्य सृजन के क्षेत्र में काफी अभिरुचि रही है। डा. सागर अभी तक 50 से अधिक हिंदी फिल्मों में गीत लिख चुके हैं। बलिया को बॉलीवुड में बहुत ही दमदार तरीके से स्थापित करने में लगे हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डा. जनार्दन राय ने कहा कि भविष्य में भोजपुरी का मान सम्मान पूरे देश में प्रतिष्ठित होगा ऐसा हमें विश्वास है। सागर जैसे युवा गीतकारों से प्रेरणा लेने कि जरूरत है।
प्रो यशवंत सिंह ने कहा कि कोई भी रचनाकार अपनी मिट्टी से जुड़कर ही बड़ी रचना कर सकता है। सागर की रचनाओं में अपनी मिट्टी की सोंधी महक के साथ साथ अपने समाज की संवेदना भी अभिव्यक्त होती है। इस अवसर पर डा. राजेन्द्र भारती, शिवजी पाण्डेय रसराज, मोहन जी श्रीवास्तव, शशि प्रेमदेव, प्रो अमरनाथ पासवान, श्वेतांक सिंह, राजीव पाण्डेय, धनन्जय पाण्डेय, ब्रजकिशोर त्रिवेदी, देव भारद्वाज, आनन्द कुमार चौहान, अर्जुन, अनुपम, विशाल, रोहित, वैभव, सोनी व ट्विंकल गुप्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अचिन्त्य त्रिपाठी ने किया।