बलरामपुर में मिले कोरोना के 25 मरीज
अभिषेक गुप्ता
बलरामपुर। जिले मे कोविड 19 का बढ़ते प्रकोप से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ता जारी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर घनश्याम सिंह ने बताया कि मंगलवार को प्राप्त कोविड 19 की 27 जुलाई की जांच रिपोर्ट में 25 लोगों में संक्रमित रोग मिले है। जिसमें सबसे अधिक 16 सक्रमित मरीज बलरामपुर शहर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि बलरामपुर नगर के च्ॅक् ऑफिस के समीप के चार लोग हैं। इसी प्रकार 7 मरीज नई बाजार चौक के निवासी हैं तथा एक मरीज तुलसीपार्क, एक मरीज बलुहा,एक मरीज बड़ी इमली, एक मरीज पुरैनिया तालाब, एक मरीज मेजर चौराहा का रहने वाला है। इसके अलावा उतरौला नगर के पांच मरीज है। जिसमें से 2 मरीज सुभाष नागर वार्ड, दो मरीज पटेल नगर वार्ड तथा एक मरीज गांधी नगर वार्ड से है। वहीं गैंसड़ी ब्लाक से 2 मरीज सक्रमित मिले हैं। विकास खण्ड श्रीदत्तगंज दो मरीज हैं। जिसमें 1 मरीज कायमजोत दारी चौरा तथा 1 मरीज खरगहिया शाहपुर इटई का रहने वाला है।
डीएम ने की जनता से बचाव की अपील
जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने बलरामपुर की जनता से वर्तमान समय में कोरोना के बढते संक्रमण की गति को रोकने के लिए सरकार के सभी नियमों का शत प्रतिशत पालन करने की अपील किया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने निरंतर संक्रमण से बचाव हेतु लोगों को आगाह करते हुए कोविड 19 से बचाव के लिए अपनाए जाने वाले मानकों का बृहद रूप में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त अन्य कठोर कदम भी उठाए जा रहे हैं। उसके बाद भी यह पाया गया कि संक्रमण की दर बढ़ती जा रही है। समीक्षा करने पर मालूम हुआ कि संक्रमित व्यक्तियों में उन व्यक्तियों की संख्या अधिक है। जो अपनी बीमारी आदि का इलाज कराने के लिए जनपद बलरामपुर से बाहर गए थे अथवा उनके संपर्क में आए थे। ऐसे व्यक्तियों को संक्रमण उस स्थान से प्राप्त हुआ। जहां पर उनके द्वारा यात्रा की गई। ऐसे व्यक्तियों में से कुछ व्यक्तियों की मृत्यु भी हो गई है। ऐसे में खतरा अत्यधिक बढ़ जाने के कारण अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इसके दृष्टिगत बलरामपुर की जनता से अपील है कि यात्रा करने से बचें। बहुत ही आवश्यक हो तो ही यात्रा करें। अस्पताल में कम से कम लोगों को अपने साथ ले जाएं। किसी क्लीनिक अस्पताल या लैब में जाने पर वहां की वस्तुओं को यदि हाथ लगाएं तो तत्काल हाथ सैनिटाइज करें। लोगों से पर्याप्त दूरी बनाए रखें तथा सदेव मास्क का प्रयोग करें। गंभीर बीमारी से पीड़ित वृद्ध बच्चों तथा जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है उनके लिए यात्रा करना अत्यधिक खतरनाक हो सकता है। यदि आप ऐसे स्थान पर यात्रा करके आते हैं। तो अपने आप को 14 दिन के लिए घर में ही आइसोलेट कर लें तथा इन दिनों के बीच यदि खांसी, जुकाम, बुखार या अन्य कोई दिक्कत आती है। तो तत्काल निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या आशा बहू, एएनम को इसकी जानकारी उपलब्ध कराकर अपनी जांच कराएं। इस प्रकार आप अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। थोड़ी सी लापरवाही भी आप पर और आपके परिवार पर भारी पड़ सकती है। इसलिए निर्धारित मानकों का पालन अवश्य करें।