पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ईमानदार हैं तो देश का कोई भी अधिकारी बेईमान नहीं : संजय शर्मा
लखनऊ (हि.स.)। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरकर दो-दो हाथ करने का ऐलान करने वाले एक्टिविस्ट संजय शर्मा ने शनिवार को प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि अगर जेल में बंद पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ईमानदार हैं तो देश का कोई भी नेता या अधिकारी बेईमान नहीं है।
पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए एक्टिविस्ट श्री शर्मा ने बीकेटी तहसील के अपर जिला सहकारी अधिकारी माधव दत्त द्विवेदी की सात पेज की जांच रिपोर्ट मीडिया को देते हुए बताया कि कैसे अमिताभ ठाकुर ने सेवाकाल में फील्ड की पोस्टिंग्स में रहते अपने ऊंचे पुलिस पद का दुरुपयोग करते हुए पुलिसिया हथकण्डे अपनाए। साथ ही लखनऊ के पॉश गोमतीनगर इलाके में बीघों रिहायशी जमीन अपनी पत्नी नूतन ठाकुर ने नाम करा ली थी।
कहा कि माधव दत्त द्विवेदी की इस रिपोर्ट को आप लोग पढ़ेंगे तो अमिताभ ठाकुर के कारनामे सभी के समक्ष आ जायेंगे। आरोप है कि जिस वक्त अमिताभ फील्ड में तैनात थे उन्होंने फिल्मी विलेन की मानिंद लखनऊ की ममता गृह निर्माण समिति के तत्कालीन सचिव डिकर सिंह बिष्ट को उनके द्वारा आमजनों को बेचे गए 14 प्लॉट्स की रजिस्ट्री दूसरी बार नूतन ठाकुर के नाम में करने पर मजबूर किया होगा। रजिस्ट्री हो जाने के बाद कैसे अमिताभ ने डिकर सिंह बिष्ट को गायब किया होगा।
माधव दत्त द्विवेदी की इस रिपोर्ट में लिखा है कि नूतन ठाकुर की वजह से 14 आम जन अपनी गाढ़ी कमाई लुटाकर इन 14 प्लॉट्स की रजिस्ट्री कराने के बाद भी अपने-अपने भूखंड से बेदखल कर दिए गए थे। अमिताभ की पुलिसिया हनक का आलम यह रहा कि नूतन ने समिति की सड़क यानि कि आम रास्ता भी बंद करके अपने प्लॉट में मिला लिया।
कहा कि अमिताभ ठाकुर द्वारा पुलिस तंत्र का दुरुपयोग करके डिकर सिंह बिष्ट को गायब करा देने के चर्चे लम्बे समय से आम हैं। उनको विश्वास है कि यदि सरकार डिकर सिंह बिष्ट मामले की सीबीआई जांच करा ले तो इस समय जेल में बंद अमिताभ ठाकुर डिकर सिंह बिष्ट मामले में भी जेल की सलाखों की पीछे पंहुचेगा।