देश में तेजी से बढ़ रहा वैक्सीन का उत्पादन, आयात पर भी जोर : डॉ. वीके पॉल

विजयालक्ष्मी 
नई दिल्ली(हि.स.)। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने शनिवार को बताया कि देश में मौजूदा समय में 1.5 करोड़ खुराक  प्रति माह कोवैक्सीन का उत्पाद हो रहा है। इसे 10 करोड़ खुराक प्रतिमाह करने की योजना है। देश में  कोरोना पर काबू पाने के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है।  इसी के साथ कोविशील्ड व स्पूतनिक भी तेजी से उपलब्ध होने लगेगी। आने वाले समय में अन्य वैक्सीन को भी भारत में लाने पर विचार किया जा रहा है। 
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके प़ॉल ने बताया कि देश में 82 प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्कर को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। गुजरात में यह प्रतिशत 93 है जबकि राजस्थान में 91 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर को टीका दिया गया है। मध्य प्रदेश में यह आंकड़ा 90 प्रतिशत है। दिल्ली में यह आंकड़ा 80 प्रतिशत है, जो कि राष्ट्रीय औसत से कम है। 

ब्रिटेन ने इंफेक्शन की स्थिति को देखते हुए लिया फैसला ब्रिटेन में कोविशील्ड वैक्सीन के दो डोज के बीच 12 सप्ताह के अंतर को फिर से घटाकर 8 सप्ताह कर दिया है। इस पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में डॉ. वी के पॉल ने कहा कि ब्रिटेन में यह फैसला वहां की परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया है। भारत के वैज्ञानिकों की सलाह पर कोविशील्ड वैक्सीन के दो खुराक के बीच अंतराल को 12 से 16 सप्ताह किया गया है । इस स्थिति में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इतने अंतराल के बाद भी वैक्सीन का दूसरा डोज लेने से शरीर में बनी एंटीबॉडीज काम करती रहती है। बता दें कि पहले यह 6-8 हफ्ते था। ब्रिटेन ने हाल ही में कोविशील्ड के दो खुराक के बीच अंतराल को 8 हफ्ते से बढ़ाकर 12 हफ्ते कर दिया था, लेकिन फिर से घटाकर 8 हफ्ते कर दिया है। 

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