जेएन कॉलेज के चतुर्थ श्रेणी कर्मी की हत्या में दो को आजीवन कारावास
बांदा। आठ साल पहले शहर के पंडित जवाहरलाल नेहरु महाविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की रात में दो व्यक्तियों ने पत्थर मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में अपर शेशन न्यायधीश चतुर्थ पवन कुमार शर्मा ने दोनो आरोपियों को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई ।
पंडित जवाहरलाल नेहरु महाविद्यालय में अजीत कुमार पुत्र रामआसरे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रुप में कार्ररत था वह जनपद हमीरपुर के ग्राम खरेही थाना बिवार रहने वाला था और शहर के शांति नगर मोहल्ले में रहता था। 5 जून 2012 को वह रात ड्यूटी में विद्यालय में तैनात था तभी रात में उसकी पत्थर से कुचल का हत्या कर दी गई थी। मृतक के भाई सुजीत ने 6 जून को घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने विवेचना के दौरान आशुतोष ताम्रकार उर्फ आशु सुपुत्र रमाशंकर निवासी कैलाश पुरी बांदा और राजेंद्र बहादुरपुर चक्रम पुत्र रामबहादुर सिंह निवासी सिंधनकला थाना पैलानी को मुलजिम पाते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जो इस समय जमानत पर थे।
सरकारी वकील देवदत्त मिश्रा ने 8 गवाह पेश किए। न्यायधीश ने इस मामले में दोनों को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई ।इसमें धारा 302 के अंतर्गत आजीवन कारावास और धारा 457 के अंतर्गत 10 वर्ष की सजा दी है साथ ही 30-30 हजार रुपए जुर्माना, जुर्माना अदा न करने पर 3- 3 माह अतिरिक्त सजा काटनी होगी।