जानकारी : बढ़ रहे ठंड से न घबराएं किसान, फसलों को होगा फायदा

-यदि दिन में निकल जाती है धूप तो नहीं करेगा नुकसान, आलू, सरसों में करें दवा का छिड़काव

लखनऊ (हि.स.)। बढ़ रही ठंड और घने कोहरे से किसानों को बहुत घबराने की जररूत नहीं है। इससे कुछ फसलों को नुकसान पहुंच सकता है लेकिन यदि दिन में धूप निकल आती है तो ज्यादा फसलों को फायदा ही पहुंचेगा। पछेती आलू, मसूर, अरहर व चने की फसल को इससे बचाने के लिए खेत के किनारे धूंआ करना उपयुक्त होता है। इसके अलावा आलू की फसल में हमेशा नमी बने रहने से ठंड का असर कम पड़ेगा। अरहर, मसूर आदि में दवा का छिड़काव करना चाहिए।

इस संबंध में उपनिदेशक उद्यान अनीस श्रीवास्तव ने बताया कि इससे सरसों पर लाही का डर बना रहता है। इसके लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना चाहिए। अरहर की फली में फल छेदक रोग लगने का खतरा रहता है। उनके मुताबिक कोहरा और शीतलहर में आलू में पिछात झुलसा रोग का प्रकोप होता है। यह फफूंदी जनित रोग है। इससे आलू की फसल को क्षति हो सकती है। बताया कि इस मौसम में चना के फसल को बहुत नुकसान की संभावना नहीं है पर कहीं-कहीं चना के पौधा में उकठा रोग होने की संभावना रहती है। उकठा रोग में पत्ता पीला पड़ जाता है और पौधा सूख जाता है।

अनीस श्रीवास्तव ने बताया कि इससे मिर्च, बैगन आदि को कोई नुकसान नहीं होगा। टमाटर व आलू के खेत में नमी बनाये रखना चाहिए। केले की बढ़वार थोड़ा रूक जाती है लेकिन उससे कोई नुकसान नहीं होने वाला है। यदि दिन में हल्की धूप आ जाती है तो यह मौसम नुकसान नहीं करेगा। गेहूं के लिए तो यह काफी फायदेमंद है। आलू, सरसों आदि में इससे बचाव के लिए मैंकोजेब कार्बेंडाजिम के छिड़काव कर फसलों को बचाया जा सकता है।

Submitted By: Upendra Nath Rai Edited By: Rajesh Kumar Tiwari

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