कुशीनगर दोहरे हत्याकांड : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रदेश सरकार और पुलिस महानिदेशक को भेजा नोटिस
कुशीनगर। जनपद में शिक्षक की गोली मारकर हत्या करने वाले हत्यारे को भीड़ द्वारा मार दिये जाने जाने के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने स्वतः संज्ञान में लिया है। एनएचआरसी ने प्रदेश सरकार और पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजा है। इसमें पूछा है कि पुलिस बल की मौजूदगी में भीड़ ने कानून हाथ में लेकर ऐसी क्रूरतापूर्ण हरकत कैसे कर दी?
आयोग ने कहा कि ‘पीड़ित पर जब डंडों और पत्थरों से बर्बरता पूर्वक हमला किया गया तब पूरी तरह से तैयार पुलिस टीम वहां मौजूद थी।’ आयोग ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए यह नोटिस जारी किया है। चार हफ्ते के अंदर इसका जवाब देना है।
यह है पूरी घटना
तरयासुजान थाने के रामपुर बंगरा गांव में बीती सोमवार को शिक्षक सुधीर कुमार सिंह की हत्या गोरखपुर के नंदानगर के रहने वाले आर्यमन ने की थी। आर्यमन ने शिक्षक को अपने पिता की गन से गोली मारी थी। इसके बाद उसने भागने की कोशिश की तो भीड़ ने उसे दौड़ाया। इस पर वह अपनी जान बचाने के लिए छत पर चढ़ गया। आर्यमन ने ग्रामीणों में दहशत पैदा करने के लिए छत से फायरिंग की थी। आरोप है कि इस घटना की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस काफी देर बाद से पहुंची थी। पुलिस ने आर्यमन को पकड़ लिया था, लेकिन गुस्साई भीड़ से उसे बचा नहीं पाई थी। भीड़ ने हत्यारे आर्यमन को पुलिस अभिरक्षा से खींचकर लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला था।