कार्यशाला में बताया व्यस्त समय में तनाव मुक्त रहने का उपाय

लखनऊ (हि.स.)। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित एआईसीटीई अटल प्रायोजित पांच दिवसीय इंटरनेट ऑफ थिंग्स कार्यशाला का समापन शुक्रवार को हो गया। कार्यशाला के अंतिम दिन, प्रथम सत्र में हिमानी सिंह ने योग द्वारा ध्यान प्रक्रिया कराई। डॉ मनोज कुमार डडवाल ने व्यस्त समय में तनाव मुक्त रहने के तरीकों के बारे में बताया। अगले सत्र में अनिल चौधरी, कॉमविवा इंडिया, ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स में सुरक्षा पहलुओं पर चर्चा की। 
अगले क्रम में डॉ. प्रेरणा मुखर्जी, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली, ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स के उपयोग से किस तरह सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है, इसके बारे में बताया। तीसरे सत्र में डॉ रवि प्रकाश पांडेय, डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या, ने प्रयोग के माध्यम से दिखाया कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स, किस तरह हार्डवेयर उपकरणों में मध्यस्थ की तरह काम करता है। 

अंतिम सत्र और समापन समारोह में प्रोफेसर संजय कुमार सिंह, आईआईटी बीएचयू, वाराणसी, मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उन्होंने बताया कि तकनीकी के बदलाव के साथ-साथ हमें तकनीकी और समाज में संतुलन बना करके रखना जरूरी है। प्रोफेसर केवी आर्या, एबीवी आईआईआईटी ग्वालियर ने बताया कि शिक्षकों की समाज में मुख्य भूमिका होती है इसलिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करना बहुत जरूरी है।  
प्रोफेसर अभय बंसल, एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा, विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अच्छा शिक्षक बनने के लिए हमें सीखने और दोबारा सीखने की प्रक्रिया में शामिल रहना चाहिए। विवि के कुलपति आचार्य संजय सिंह ने अध्यक्षीय संबोधन दिया और कार्यशाला में शामिल सभी प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने के लिए बधाई दी।

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