कविता : हमारा तिरंगा हमारी शान

देशवासियों ! उठो और जागो, तिरंगे को पहचान दो।
अपनी मातृभूमि, जन्मभूमि व प्रतीक को सम्मान दो।
सियासत से ऊपर उठकर, सब मिलकर इसे मान दो।
यदि जरूरत पड़ जाए, तो इसके लिए अपनी जान दो।।
यह तिरंगा झंडा अपने देश भारत की शान है।
देश पर मर मिटने वाले शहीदों की मुखरित पहचान है।।
हमारे प्यारे झंडे ! तुम हरगिज नहीं निष्प्राण हो।
तुम सवा सौ करोड़ देशवासियों का अभिमान हो।।

जय हिंद ………..

साधना द्विवेदी
एलबीएस पीजी कालेज, गोंडा

कलमकारों से ..

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