करोडों हिन्दुओं के आस्था के साथ खिलवाड़ पर भड़के चित्रकूट के साधू -संतो ने दिया धरना

-भगवान राम के स्वरुप के रूप में होती है चित्रकूट के कामदगिरि पर्वत की पूजा ,लाखों श्रद्धालु नंगे पैर लगाते है पर्वत की परिक्रमा

चित्रकूट (हि.स.)। भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में मंगलवार से शुरू हुए पांच दिवसीय दीपदान मेले पर देश भर से 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। जिसके चलते जिला प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रियत करने की मंशा से कामदगिरि पर्वत के ऊपर से अस्थायी परिक्रमा मार्ग बनाने का कार्य शुरू कराया था। प्रशासन की इस पहल से धर्म नगरी के साधु -संतो एवं हिन्दू संगठनों में भारी आक्रोश था।

मंगलवार को भरत मिलाप मंदिर के समीप चित्रकूट के प्रमुख संत सनकादिक महाराज और मदन गोपाल दास महाराज के नेतृत्व में दर्जनों संतो एवं बजरंग दल आदि संगठनों के पदाधिकारियों ने रामनाम संकीर्तन करते हुए धरने पर बैठ जिला प्रशासन के करोड़ों हिन्दुओं के आस्था के केंद्र कामदगिरि पर्वत के ऊपर से रास्ता बनाने के निर्णय का विरोध किया। संतो के आक्रोश को देखते हुए बैक फुट पर आये जिला प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से पर्वत पर रास्ता न बनाने का ऐलान किया।

विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ के रूप में विख्यात भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में मंगलवार से पांच दिवसीय दीपदान मेले की शुरुआत हो गई है। चित्रकूट के सबसे बड़े इस मेले में देश भर से करीब 50 लाख से अधिक श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचकर मन्दाकिनी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद मनोकामनाओ की पूर्ति के लिए मन्दाकिनी और कामदगिरि पर्वत पर दीपदान करते है। कोरोना महामारी से उभरने के दो साल बाद आयोजित हो रहे दीपदान मेले को लेकर श्रद्धालुओ में भारी उत्साह नजर आ रहा है। मेले के पहले दिन से ही करीब दस लाख श्रद्धालुओ ने चित्रकूट में डेरा डाल लिया है।

वहीं दीपावली मेले को सकुशल संपन्न कराने की तैयारियों में जुटे चित्रकूट जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भीड को काबू में करने को भरतमिलाप मन्दिर के पास से कामदगिरि पर्वत की ओर बाईपास का अस्थायी निर्माण कार्य शुरू किया था। जिससे संत समाज और हिन्दू संगठनों में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा था। मंगलवार को कामदगिरि प्रमुख द्वार के महंत मदनगोपाल दास,सनकादिक महाराज ,सुप्रसिद्ध भागवताचार्य आचार्य नवलेश दीक्षित ,पंडित ब्रजेन्द्र शास्त्री जी ,बजरंग दल के प्रांत सह धर्माचार्य राकेश पांडेय ,जिला अध्यक्ष छेदी लाल गौतम , जिला मंत्री राम शरण तिवारी , जिला उपाध्यक्ष आर के भाई , जिला संयोजक अजय यादव ,जिला गौ रक्षा प्रमुख मनीष दिवेदी, जिला सहसंयोजक राहुल पांडेय , जिला गोरक्षा प्रमुख सोनू सिंह मोदी, कर्वी नगर मंत्री मूलचंद ,प्रखंड अध्यक्ष सीतापुर जमुना प्रसाद,प्रखंड मंत्री हरिओम शुक्ला, सीतापुर प्रखंड सह मंत्री राजकुमार गुप्ता, गुरु प्रसाद शुक्ला ,अधिवक्ता गया प्रसाद शुक्ला, जी डी शुक्ला, मंडल अध्यक्ष श्याम गुप्ता , जवाहर सोनी ,ब्रजेश शुक्ला आदि आधा सैकड़ा लोगो ने भरत मिलाप मंदिर के पास कामदगिरि पर्वत पर राम नाम संकीर्तन करते हुए धरने पर बैठ गए।

इस मौके पर कामदगिरि प्रमुख द्वार के महंत मदन गोपाल दास महाराज ने कहा कि कामदगिरि पर्वत करोडो हिन्दुओ की धार्मिक आस्था का केंद्र है। इस पर्वत की महिमा का गुणगान संतशिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास महाराज ने अपने रामचरितमानस में किया है। बताया कि भगवान राम ने वनवास काल में चित्रकूट प्रवास के दौरान चित्रकूट गिरि को कामदगिरि यानि मनोकामना पुरक होने का वरदान दिया था। ऐसे आस्था के केंद्र कामदगिरि पर्वत को काट कर रास्ता बनना हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ है। संत समाज जिला प्रशासन की मनमानी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।

वही संत सनकादिक महाराज ने कहा कि कामदगिरि पर्वत पर रास्ता बर्दास्त नहीं किया जायेगा। प्रशासन ने निर्माण कार्य बंद नहीं किया तो संत समाज उग्र आंदोलन को बाध्य होगा।

वहीं संतो के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए सदर एसडीएम पूजा यादव ने संत समाज को कामदगिरि पर्वत के ऊपर रास्ता न बनाने की मांग मानते हुए धरने को समाप्त कराया। इस मौके पर सीओ सिटी शीतला प्रसाद पांडेय,सीतापुर चौकी प्रभारी रामवीर सिंह आदि भारी फ़ोर्स मौजूद रही।

error: Content is protected !!