औपचारिकता से ज्यादा कुछ नहीं है कर्नलगंज का कंटेनमेंट जोन

संवाददाता

कर्नलगंज, गोण्डा। तहसील मुख्यालय के नगर क्षेत्र में विगत दिनों कोरोना संक्रमितों के मिलने से प्रशासन द्वारा नगर को सील करना पूरी तरह से निर्रथक साबित हुआ है। गत दिनों नगर के गांधीनगर मोहल्ले में कोरोना वायरस से संक्रमित एक प्रतिष्ठित व्यवसायी की मौत हो जाने तथा उनके परिजनों सहित कई अन्य लोगों को संक्रमित पाये जाने पर पहले गांधीनगर मोहल्ले को सील किया गया था। उसके पश्चात पूरे नगर को सील कर हाटस्पाट घोषित कर दिया गया। प्रशासन द्वारा सील किये जाने का यह कार्य पूरी तरह से निरर्थक साबित हो रहा है। नगर को सील किये जाने का उद्देश्य लोगों के अनावश्यक आवागमन पर रोक लगाना था और सरकारी कर्मचारियों/प्रशासन के जरिए समस्त आवश्यक वस्तुओं को लोगों के घरों तक होम डिलेवरी की व्यवस्था कर जानी थी, परन्तु प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों की लापरवाही के कारण पूरे नगर में लोगों का आवागमन लगातार बना रहा। आवागमन प्रतिबंधित करने हेतु लगाई गई बल्लियां और बैरीकैडिंग केवल दिखावे तक सीमित रही। प्रशासन द्वारा बैरिकेडिंग के पास अनिवार्य रूप से सुरक्षा कर्मी की तैनाती भी नहीं की गई है, जिससे लोग बेखौफ होकर बैरिकेडिंग के लिए लगायी गयी बल्लियों को हटा कर आते जाते रहे।

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