उप्र को विश्व का ग्लोबल सप्लाई चेन बनाने के लिए जल्द आयेगी निर्यात पॉलिसी : सिद्धार्थ नाथ
-कहा-राजनीतिक उथल-पुथल के कारण विश्व में चीन का मार्केट शेयर कम होने पर उप्र से बढ़ेगा निर्यात
-पीडब्ल्यूसी उत्तर प्रदेश से निर्यात बढ़ाने में करेगा मदद
लखनऊ। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश को विश्व का ग्लोबल सप्लाई चेन बनाने के लिए ठोस कार्य योजना तैयार कराई जा रही है। इसके लिए शीघ्र ही नई निर्यात पॉलिसी लाई जायेगी।
इस नीति के दो पहलू होंगे। जिसका पहला चरण शार्ट टर्म होगा। इसके तहत टेक्सटाइल्स, गारमेंट, फुटवेयर, मशीनरी पार्ट, कारपेट, हैण्डलूम तथा हैण्डीक्राफ्ट आदि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा दिया जायेगा। इसी प्रकार दूसरी लांग टर्म पालिसी होगी, इसके माध्यम से इलेक्ट्रानिक्स, फूड प्रोसेसिंग, केमिकल्स आदि के निर्यात को प्रोत्साहित किया जायेगा।
श्री सिंह ने बुधवार को खादी भवन में ग्लोबल सप्लाई चेन बढ़ाने के संबंध में आयोजित बैठक में यह जानकारी दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल, मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार वीके राजू मौजूद थे। इनके अलावा प्राइस वाटरहाउस कूपर (पीडब्ल्यूसी) के पार्टनर मो. अतहर भी वर्चुअल जुड़े थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चीन से विश्व में 10 मिलियन डालर सिरेमिक (चीनी मिट्टी से बने उत्पाद) का निर्यात होता। सिरेमिक का 80 फीसदी ग्लोबल मार्केट चीन के पास है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) में सिरेमिक शामिल है। इस व्यवसाय को बढ़ाने के लिए प्रदेश में माटी कला बोर्ड का गठन भी किया गया है।
एमएसएमई मंत्री ने कहा कि चीन विश्व में 09 मिलियन डालर का टेक्सटाइल्स एक्सपोर्ट करता है, जो विदेश में होने वाले आयात को 77 फीसदी है। विश्व में फुटवेयर के निर्यात में भी चीन की 57 फीसदी हिस्सेदारी है, चीन से प्रतिवर्ष लगभग 16 बिलियन डालर का निर्यात हो रहा है। इसके अलावा चीन से इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्र में 66 फीसदी हिस्सेदारी के साथ 96 बिलियन डालर का एक्सपोर्ट होता है।
निवेश प्रोत्साहन मंत्री ने कहा कि राजनीतिक उथल-पुथल के कारण विश्व में चीन का मार्केट शेयर कम होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि चीन से जिन उत्पादों का निर्यात होता है, वे उत्पाद उत्तर प्रदेश में भी उपलबध है। विश्व में चीन का मार्केट शेयर कम होने पर उत्तर प्रदेश से निर्यात बढ़ाने के लिए पीडब्लयूसी इसमें मदद करेंगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के घरेलू बाजार को वैश्विक मार्केट में प्रतिस्पर्धी बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उत्पादों की क्वालिटी बढ़ाने, पैकेजिंग को आकर्षक करने तथा ब्रांडिंग पर विशेष बल दिया गया है। इसके लिए प्रत्येक जनपद में सीएफसी की स्थापना भी कराई जा रही है।
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कई देशों में भारत के राजदूतों से वर्चुअल मीटिंग करके प्रदेश से निर्यात बढ़ाने पर चर्चा की गई है। इसके परिणाम शीघ्र ही सामने आयेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश से निर्यात को बढ़ाने के लिए पीवीसी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी और इस रिपोर्ट को सभी देशों के दूतावास में भेजा जायेगा। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दो महीने के अंदर पूरी कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत की जाए।