उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अधिकरण विरोध में शिक्षकों की आपत्ति, जलाई प्रतियां
औरैया (हि. स.)। कस्बा स्थित खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अमित पाल के नेतृत्व में पूरे ब्लॉक के आधा सैकड़ा से अधिक शिक्षकों ने पहुंचकर इस विधेयक की प्रतियों को जलाया साथ ही इस विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की इसके साथ ही अमित पाल ने इसके दुष्परिणामों के बारे में बताया कि उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक मृत्यु का आज्ञा पत्र है।
अभी तक शिक्षा विभाग के किसी शिक्षक विरोधी निर्णय आदेश के विरूद्ध अध्यापक सीधे उच्च न्यायालय में याचिका कर न्याय प्राप्त कर सकता था परंतु अब प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा की सहायता प्राप्त संस्थाओं के शिक्षक एवं कर्मचारी विभागीय नियमों के विरुद्ध शिक्षा सेवा अधिकरण में वाद करेंगे। सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारी निर्णय देंगे, जिनसे न्याय मिलने की संभावना क्षीण है। सेवा अधिकरण के निर्णय के विरूद्ध सिर्फ सर्वोच्च न्यायालय में ही वाद प्रस्तुत किया जा सकता है, जो शिक्षको के लिए अत्यंत कष्टकारी होगा । इस सेवा अधिकरण से शीघ्र न्याय मिलने की संभावना शून्य है।
ऐसी स्थिति में शिक्षकों की सेवा सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। साथ ही साथ पुरानी पेंशन बहाली, शिक्षकों की गुप्त आख्या भेजने, कायाकल्प योजना के लिए शिक्षकों के उत्पीड़न, कार्यालय में विलम्बित पत्रावलियों के निस्तारण, नव नियुक्त शिक्षकों के वेतन एरियर सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की शिक्षा सेवा अधिकरण अधिनियम का पुरजोर विरोध करते हुए प्रतियों को फाड़ा और जलाया।
इस मौके पर शिक्षक संतोष यादव, संजय तिवारी, विपिन यादव, शिशुपाल सिसौदिया, ब्रजभान राजपूत, दीपू यादव राजनरायन, अनिल पाल, अरुण यादव, विश्वनाथ यादव, सुबोध, विनय कुमार, मानवेन्द्र सिंह, अमित, राकेश राजपूत, देवांशु, प्रवीण यादव सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।