अधिवक्ता परिषद के स्थापना दिवस को लेकर हुई वर्चुअल बैठक
23 जुलाई को अधिवक्ता परिषद का स्थापना दिवस
प्रयागराज(एजेंसी)। अधिवक्ता परिषद उत्तर प्रदेश के कार्यकारिणी की रविवार को प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र सक्सेना की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक में 23 जुलाई को अधिवक्ता परिषद के स्थापना दिवस को लेकर चर्चा हुई। प्रदेश अध्यक्ष ने कोविड 19 की विभीषिका में भी सतत कार्य कर रहे अधिवक्ता परिषद उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं की सराहना की। आगामी 23 जुलाई को अधिवक्ता परिषद उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस कार्यक्रम मनाए जाने पर चर्चा हुई। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य दुष्यंत उपाध्याय और विपिन त्यागी ने जिला इकाईयों में स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजन करने का सुझाव दिया। जिसमें कुछ प्रमुख पदाधिकारियों और सक्रिय सदस्यों की सीमित संख्या में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उपस्थित होने को कहा गया। जहां यह संभव न हो वहां वर्चुअल बैठक का आयोजन किया जाए। साथ साथ समय पर जिला इकाइयों से वर्चुअल संवाद का कार्यक्रम किए जाने की आवश्यकता जताई गई।
बैठक का संचालन करते हुए प्रदेश महामंत्री शीतल ने बताया कि कोविड 19 में प्रदेश के अधिकांश जनपदों में नियमित रूप से मासिक बैठक और स्वाध्याय मंडल का आयोजन वर्चुअल के जरिये किया जा रहा है। अब सक्रिय सदस्यों को जोड़कर अधिक संख्या में शामिल करने का प्रयास करना चाहिये। सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर से जिला अदालतों के बंद रहने एवं वीडियो कांफ्रेसिंग से केवल अर्जेन्ट मामलों की सुनवाई किए जाने से अधिवक्ताओं के समक्ष आजीविका का संकट उत्पन्न होने पर चिंता व्यक्त की। कहा गया कि 90 फीसद अधिवक्ताओं की आजीविका अदालत के माध्यम से ही चलती है। इस आपदा के समय यह वर्ग बहुत बुरी तरह से प्रभावित है। सरकार की तरफ से भी कोई सहयोग अधिवक्ता वर्ग को नही दिया जा रहा है। ऐसे में पदाधिकारियों ने विचार विमर्श कर प्रस्ताव बार कौसिल ऑफ यूपी को देने का निर्णय लिया है।
बैठक में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल शशि प्रकाश सिंह, महेन्द्रनाथ शुक्ल, गौरीशंकर पाण्डेय, घनश्याम सिंह, अभय नन्दन त्रिपाठी, उदयवीर सिंह, अखिलेश श्रीवास्तव, ब्रजेन्द्र कुमार सिंह, दुर्गा प्रसाद, अरुण कुमार गुप्त, विक्रम सिसोदिया, कमला मिश्रा, डॉ मुक्तेश्वर उपाध्याय, सुरेन्द्र नाथ शुक्ल गिरीश चंद्र पाण्डेय, चंद्रमोहन अग्रवाल, राजेश कुलश्रेष्ठ, राजेन्द्र प्रसाद, सुधांशु अग्रवाल, श्रीराम शर्मा, नरोत्तम गर्ग, राखी शर्मा, शुची शर्मा आदि मौजूद रहे।