लखनऊ(हि.स.)। कड़क धूप ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। इससे मिर्चा सहित सभी सब्जियों और केले की फसल के लिए यह घातक है। पूर्वांचल में मिर्च तो अभी फूल और फल की श्रेणी में हैं। इस कारण यदि अभी बारिश नहीं हुई तो परेशानी बढ़ जाएगी। बारिश न होने से रबी की फसलें भी प्रभावित होंगी।
इस संबंध में सब्जी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डा. राजेश राय का कहना है कि मिर्च के लिए यह खराब मौसम है। इस मौसम में किसानों को विशेष रूप से खेत की नमी का ख्याल करना चाहिए, वरना फूल मुरझाने का खतरा रहता है। उसमें फल नहीं आ पाएंगे। इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा फूल फल में तब्दील हो। इसके लिए दवा छिड़काव करने पर भी ध्यान देना जरूरी है। दवा का छिड़काव शाम को अथवा सुबह करना बेहतर होता है। दोपहर को करने से दवा का असर कम हो जाता है।
उपनिदेशक अनीस श्रीवास्तव का कहना है कि किसी भी सब्जी के लिए नमी की जरूरत होती है। विशेष तौर से उस पर फूल आ रहे हों। ऐसी स्थिति में नमी न रहने पर फूल खराब हो जाते हैं। उनका कहना है कि यदि बारिश अभी से खत्म हो गयी तो खेतों की नमी भी खत्म होने का खतरा बना रहेगा। ऐसे में दलहनी फसल सहित रबी की अधिकांश फसल के लिए भी परेशानी का कारण बनेगा।
उपेन्द्र/मोहित
