UP News : सरयू में डूबकर दो सगी बहनों की मौत
घर में पानी घुसने पर जा रहीं थी ननिहाल
संवाददाता
संतकबीरनगर। जिले में सरयू नदी की तेज धारा दो सगी बहनों को लोगों के देखते-देखते अपने साथ बहा ले गई। घर में बाढ़ का पानी घुसने पर दोनों अपने मामा के साथ ननिहाल जा रही थीं। तुरंत नदी में कूदे गोताखोरों ने किसी तरह मामा को सुरक्षित निकाल लिया लेकिन घंटे की भी मशक्कत के बाद दोनों बहनों की लाश ही बरामद की जा सकी। घटना संतकबीरनगर के धनघटा थाना क्षेत्र के तिघरा बंधे के पास की है। लोगों ने तीनों (दोनों बहनों और उनके मामा) को बाढ़ में बहते देखा तो उन्हें बचाने की कोशिश की। गोताखोरों ने मामा को बचा लिया लेकिन दोनों बहनें पानी के तेज बहाव में डूब गईं। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद दोनों बहनों के शव बाहर निकाले जा सके। दोनों के शव मिलने के बाद परिवारीजनों में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दोनों बहनों के पिता का नाम तीरथ बेलदार है जो गायघाट गांव के रहने वाले हैं। उनका घर बाढ़ के पानी में डूब गया है। घर में पानी भरा होने के चलते गुरुवार को तीरथ ने अपनी दोनों बेटियों शांति (08) और ज्योति (10) को ननिहाल भेजने का निर्णय लिया।
दोनों बहनों को लेने उसके मामा घर पहुंचे। दोनों बहनें तैयार होकर अपने मामा के साथ तिघरा बंधे की तरफ जाने लगीं। रास्ते में एक पुलिया के पास सड़क टूट गई थी। बाढ़ के पानी तेजी से निकल रहा था। दोनों बहनें अपने मामा का हाथ पकड़कर पानी के तेज बहाव के बीच से गुजरने लगी। इसी बीच पानी के तेज बहाव में मामा के साथ दोनों बहनें पानी में बहने लगीं। उन्हें बहता देख बंधे के किनारे खड़े लोग बचाने के लिए नाव लेकर मौके पर पहुंचे। लोगों ने मामा को बचा लिया लेकिन दोनों बहनें पानी के बहाव में काफी दूर चली गईं। नाविकों ने लगभग एक घण्टे की मशक्कत के बाद दोनों बहनों का शव नदी से बाहर निकाला। शवों के बाहर निकलते ही परिवारीजनों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना मिलते ही तहसील प्रशासन के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के दौरान गायघाट क्षेत्र में रहे पूर्व विधायक अलगू प्रसाद चौहान भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी। उधर, संतकबीरनगर के ही गायघाट क्षेत्र में भी बुधवार को नाव पलटने से लापता बच्चे की लाश मिली। बुधवार की शाम कठहा गांव निवासी कमलेश का 12 वर्षीय बेटा सुजीत कुमार अपने चाचा और छोटी बहन के साथ बाजार से घर लौट रहा था। नाव, गांव के पास पहुंच चुकी थी कि उसका संतुलन बिगड़ गया। नाव गहरे पानी में डूब गई। इस बीच गांव में मौजूद लोगों ने चाचा और छोटी बहन को किसी तरह बचा लिया। लेकिन सुजीत नदी की तेज धारा में लापता हो गया। गुरुवार को उसका शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।