UP News : विधायक के साथ मारपीट मामले में SO सस्पेंड, ASP का तबादला

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी विधायक के साथ थाने में हुई मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी के निर्देश के बाद संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही एएसपी (ग्रामीण) का तबादला किया जा रहा है। सीएम योगी ने इस मामले में आईजी अलीगढ़ से कल तक रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।
दरअसल, बुधवार को अलीगढ़ के थाना गोंडा परिसर में इगलास से भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी और थानेदार आपस में भिड़ गए। विधायक का आरोप है कि एसओ सहित तीन दारोगाओं ने उनके साथ मारपीट करते हुए कपड़े फाड़ दिए। वहीं, एसओ का कहना है कि विधायक ने थाने में आते ही गाली-गलौज की। विरोध किए जाने पर उन्होंने हाथ उठा दिया। अलीगढ़ सांसद और कई विधायकों ने थाने आकर पुलिस अफसरों से नाराजगी जताते हुए आलाकमान और सरकार को पूरे मामले से अवगत कराया। गोंडा थाना क्षेत्र के विहिप कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय व उनके भाई के साथ कुछ दिन पहले मारपीट हुई थी। इस मामले में सलीम आदि के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया था। तीन बाद पुलिस ने सलीम पक्ष की तरफ से भी तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया। बुधवार को इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी थाना गोंडा पहुंचे। क्रॉस एफआईआर क्यों और किसके कहने पर दर्ज हुई, के मुद्दे पर विधायक और थानेदार अनुज सैनी के बीच तीखी झड़प हो गई। विधायक का आरोप है कि थानेदार और तीन दारोगा ने बहस के दौरान उन पर हमला बोला और मारपीट की, जिससे उनके कुर्ता के बटन भी टूट गए।
थानेदार ने भी विधायक और समर्थकों पर मारपीट करने का आरोप लगाया। इसी बीच विधायक से बदसलूकी की खबर लगते हुए अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम, बोरोली विधायक दलवीर सिंह, खैर विधायक अनूप प्रधान व पार्टी के तमाम भाजपा कार्यकर्ता पहुंच गए। विधायक से बदतमीजी पर सांसद और विधायक का पारा चढ़ गया। उनकी एसपी देहात अतुल शर्मा से भी बहस हो गई। थाने में घंटों हंगामे के बाद सासंद सभी विधायकों को लेकर अलीगढ़ सर्किट हाउस के लिए चले गए। जहां देर शाम तक उनकी बैठक चलती रही। भाजपाइयों ने थाने के बाहर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जनप्रतिनिधियों ने पूरी घटनाक्रम से शासन व पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया है। भाजपा विधायक राजकुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि कार्यकर्ता का उत्पीड़न किया गया है। उसकी तरफ से दर्ज एफआईआर में गिरफ्तारी न करते हुए पैसा लेकर दूसरे पक्ष की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया। जबकि हमारे कार्यकर्ता व उसके भाई की टांग तोड़ दी गई, सिर फाड़ दिया गया। थाने में पहुंचने पर जब पूछा गया कि आपने ऐसा क्यों किया तो एसओ ने कहा कि किया है और ऐसा ही करेंगे। एसपी देहात अतुल शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पूर्व विहिप कार्यकर्ता के साथ मारपीट के मामले में भाजपा विधायक थाने आए थे। उनका कहना था कि क्रॉस मुकदमा गलत लिखा गया है। इसी बात पर एसओ गोंडा से कहासुनी हुई। विधायक व एसओ दोनों ने एक दूसरे पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। मामले की जांच की जा रही है। एसओ गोंडा अनुज सैनी का आरोप है कि थाना परिसर में चौकीदार को आते ही गाली दी। उनको ऐसा बोलने से मना किया गया तो वह और अधिक उग्र होते हुए मारपीट की।

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