UP News : मण्डल के 153 दलित बाहुल्य गांवों का होगा समग्र विकास: डॉ. निर्मल

झांसी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने मंगलवार को सर्किट हाउस में टेलरिंग योजना के तहत सिलाई मशीन वितरण करने के बाद पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत दलित बाहुल्य गांव मे भी विकास कार्य शुरू हो रहे हैं और झांसी मंडल के 153 गांव इस योजना के तहत विकसित होंगे।
डॉ. निर्मल ने सर्किट हाउस में टेलरिंग शॉप योजना के तहत 35 लाभार्थियों को सिलाई मशीन वितरण के बाद लाभार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सिलाई मशीन केवल आपके कपड़े को ही नहीं सिलती है, अपितु आपको विकास की मुख्यधारा से भी जोड़ देती है। पहली बार हाशिए की महिलाओं को सिलाई मशीनों के लिए अधिकार पत्र सौंपा गया। 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी योजनाओं से अब उत्तर प्रदेश बदल रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्व-रोजगार योजना, नगरीय क्षेत्र दुकान निर्माण योजना, लांड्री एवं ड्राईक्लीनिंग योजना के तहत दलितों के दिन बहुर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहली बार दलित बाहुल्य गांव में भी विकास के सभी कार्यों के लिए प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत कार्य शुरू हो रहे हैं। इसके तहत पूरे प्रदेश में 3,739 गांवों का चयन किया गया है और कुल 239.35 करोड़ की धनराशि भी जारी कर दी गई है। झांसी मंडल के 153 गांव प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत विकसित होंगे। इसमें झांसी के 64, जालौन के 75 और ललितपुर के 14 गांव शामिल हैं।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना का उद्देश्य प्रदेश के चिह्नित ग्रामों के सभी वर्गों की न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति करना एवं व्यक्ति को एक सम्मानजनक जीवन जीने के लिए वातावरण उपलब्ध कराना है। आदर्श ग्राम अन्य गांवों के लिए रोल मॉडल बनेंगे। 
इस योजना से गांवों में सड़क, बिजली, सोलर लाइट और पेयजल के संसाधनों की व्यवस्था की जाएगी, जिससे दलित अपने ही गांव में न केवल स्वरोजगार के लिए प्रेरित होगा, बल्कि उसके विकास का रास्ता भी खुलेगा। डॉ. निर्मल ने दलितों से रोजगार के क्षेत्र में आगे आने की भी अपील की है। रोजगार से दलित वर्ग के लोग आर्थिक विकास कर सकते हैं। आज स्वरोजगार के लिए वित्तीय मदद मिल रही है। युवा स्वरोजगार से जुड़कर ही आत्मनिर्भर बन सकता है।
हर वर्ष बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती और महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है। सरकारें आती और चली जाती हैं, लेकिन बाबा साहेब के पंचतीर्थ को बचाने और उसे विश्व पटल पर लाने का काम किसी ने किया तो केवल नरेंद्र मोदी ने किया। 
प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा साहब को वैश्विक सम्मान दिलवाया। लन्दन स्थिति डॉ. आंबेडकर का आवास नीलाम होने से बचाकर उसे स्मारक के रूप में विकसित किया। डॉ. आंबेडकर से जुड़े पंच तीर्थों यथा जन्मस्थल महू, शिक्षा स्थल 10 किंग्स हेनरी रोड लन्दन, दीक्षा स्थल नागपुर, निर्वाण स्थल 26, अलीपुर रोड दिल्ली और चैत्यभूमि मुंबई को भव्य स्मारकों का स्वरूप दिया।
डॉ. निर्मल ने कहा कि आंबेडकर को लेकर पूर्व की सरकारों ने दोयम रवैया रखा। आजम खां ने बाबा साहेब को भू-माफिया बता दिया। यही नहीं, अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में दलितों की जमीनों की बिक्री का नियम तथा ग्राम समाज की जमीन के आवंटन में दलितों को मिलने वाली प्राथमिकता ही बदल दी थी। 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. आंबेडकर महासभा के प्रस्ताव पर यह भी कहा कि अनुसूचित जाति के लोग ग्राम समाज की जमीन पर एक लंबे समय से रह रहे हैं। उन्हें विस्थापित नहीं किया जाएगा। दलितों की सदियों की बेचारगी उनके आर्थिक सशक्तीकरण से ही दूर होगी। उनके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से दलित रोजगार से जुड़ रहा है, यही वजह है कि देश में मोदी और प्रदेश में योगी काल दलितों के लिए विकास का स्वर्णिम युग है और अवसर भी।

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