UP News : फर्जी दस्तावेजों से सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह का खुलासा, सिपाही समेत पांच गिरफ्तार
शाहजहांपुर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर में एसओजी,बण्डा पुलिस व मिलिट्री इंटेलिजेंस ने कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर भारतीय सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए थाना बण्डा पर तैनात एक सिपाही समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बुधवार को बताया कि एसओजी प्रभारी रोहित कुमार, बण्डा पुलिस व मिलिट्री इंटेलिजेंसकी संयुक्त टीम ने बीती रात कूट रचित दस्तावेजों को तैयार कर भारतीय सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपित मेरठ के थाना कंकरखेड़ा निवासी सुरेश सोम उर्फ सोनू,गाजियाबाद के थाना भोजपुर निवासी हुकुम उसका पुत्र परमवीर,जनपद हापुड़ के थाना पिलखुवा निवासी मुकेश कुमार तथा शाहजहांपुर के थाना बण्डा पर तैनात आरक्षी मनवीर सिंह है। इसके अलावा हापुड़ निवासी अरविंद तथा कटरा थाने पर तैनात आरक्षी मूलचंद जो कि पूर्व में बण्डा पर तैनात था वो भी इस गैंग में शामिल है और अब फरार है।
श्री आनंद ने बताया कि आरोपितों के कब्जे से विभिन्न सरकारी कार्यालयों की मोहर, विभिन्न अभ्यर्थियों के फर्जी चरित्र, जाती व निवास प्रमाण पत्र, हाई स्कूल व इंटर की फर्जी अंक तालिकायें आदि सामना भी बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 21 अभ्यर्थियों की एक सूची भी आरोपियों के पास से बरामद हुई है।
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि गैंग का सरगना सुरेश है। जो कूटरचित दस्तावेजों की मदद कि सेना में भर्ती कराने की एवज में एक लाख से छह लाख रुपए अभ्यर्थी से लेते है। उन्होंने बताया कि मिलिट्री इंटेलिजेंस द्वारा भी मामले की गहनता से जांच की गई है। इसके साथ ही डीआईजी द्वारा शाहजहांपुर समेत पूरे रेंज में 1 जनवरी 2019 से सेना से आये अभ्यर्थी के सत्यापन प्रपत्रों की भी पुनः जांच करने के निर्देश दिए गए है। इसके साथ इस बात की भी जांच की जा रही है कि कही सेना की गोपनीय सूचनाएं दूसरे मुल्क को उपलब्ध कराने तथा देश की सुरक्षा में सेंध लगाने के उद्देश्य से कोई असामाजिक तत्व तथा आतंकवादी संगठन से जुड़ा व्यक्ति फर्जी तरीके से तो सेना में भर्ती नहीं हो गया है।