UP News : नौजवान, किसान, मजदूर रोजी-रोटी के लिए भटक रहे, कैसे मनेगी दीपावली: अजय लल्लू
लखनऊ (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोमवार को कहा कि नौजवान, किसान, बुनकर, असंगठित मजदूर, रोजी-रोटी के लिए भटक रहे हैं। स्थिति इतनी भयावह है कि सरकार ने स्वयं उप्र में बेरोजगारी दोगुनी होने की बात विधानसभा में स्वीकार की है। प्रदेश का सबसे बड़ा पर्व दीपावली नजदीक है। लेकिन, लोगों की जेबों में रुपये न होने से वह हर्षोल्लासपूर्वक पवित्र पर्व दीपोत्सव न मना पाने को भी अभिशप्त हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विज्ञापन प्रेमी योगी सरकार ने सिर्फ कागजों पर एमओयू साइन कर उद्योगों की स्थापना और रोजगार सृजन का दिवास्वप्न दिखाने का काम किया। आज प्रदेश की जनता और युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार बनने के बाद तीन बार बिजली के दाम बढ़ाये गए, अधिभार लगाए गए, चार बार स्मार्ट मीटर बदले गए, इन सबका बोझ आम जनता की जेबों पर लगातार डाला गया। स्मार्ट मीटर के नाम पर प्राइवेट कंपनियों को लगातार फायदा पहुंचाया गया और जनता के रुपये की खुली लूट की गयी। ऐसे स्मार्ट मीटर भी सामने आये जो बगैर लगे ही रीडिंग दे रहे थे। मीटर रीडिंग और भार में कई गुना जम्पिंग भी होती रही और ऊर्जा मंत्री लखनऊ की सड़कों पर साइकिल चलाकर इस भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज बिजली के दाम 500 प्रतिशत तक बढ़ चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के बिजली का रेट 500 प्रतिशत तक, शहरी उपभोक्ताओं के बिजली का रेट 84 प्रतिशत तथा किसानों के बिजली का बिल 126 प्रतिशत तक बढ़ाया गया। खाद, डीजल, सिंचाई, उर्वरक, कीटनाशक आदि के दामों में भारी वृद्धि की गयी जिससे किसान चैतरफा परेशान हैं। किसानों की उपज मुख्य तौर पर धान की खरीददारी साजिशन नहीं की जा रही है। जिससे किसान बिचैलियों के हाथों 900 रुपये से लेकर 950 रुपये प्रति कुंतल की दर से बेचने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन विशेषकर बुनकरों सहित लघु एवं कुटीर उद्योगों के लिए तबाही लेकर आया। ऐसे में सरकार को राहत देनी चाहिए थी। लेकिन, सरकार ने बुनकरों के लिए पहले से लागू बिजली के फ्लैट रेट की व्यवस्था समाप्त कर दी जिससे बुनकरों को अपना पावरलूम बेचने को मजबूर होना पड़ा और रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया। आज बुनकर समाज सड़कों पर उतरकर आन्दोलन करने को विवश हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खत्म होते जा रहे हैं और सरकारी भर्तियां सरकार की गलत नीतियों तथा भ्रष्टाचार को प्रश्रय देने के कारण अटकी पड़ी हैं। आज ही यूपीएसएसएससी की बीडीओ की भर्ती के सफल अभ्यर्थियों ने कई वर्षों से नियुक्ति न मिलने के खिलाफ मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन किया। उनकी जायज मांगों को मानने के बजाए पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार में कोई भी भर्ती अदालतों के हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं हो पा रही है। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का हाल बेहाल है उनके लिए प्रतिदिन की रोजी-रोटी के भी लाले पड़े हैं। योगी सरकार को उनके घरों में भी दीपक जलाने का प्रबन्ध करना चाहिए तभी इस दीपोत्सव की सार्थकता सिद्ध हो सकती है।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि नया पेराई सत्र चालू हो चुका है। लेकिन, गन्ना किसान अभी तक पिछले गन्ना बकाये के भुगतान को तरस रहे हैं। 14 लाख प्रतिवर्ष नौकरी देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार मनरेगा मजदूरों सहित तमाम विभागों के कर्मचारियों का भुगतान भी नहीं कर पा रही है।