UP News : इतिहास बनने और बनाने वाली शख्सियतें थी सरदार पटेल और इन्दिरा गांधी
वाराणसी (हि.स.)। कांग्रेस ने लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल व आचार्य नरेन्द्र देव को जयन्ती तथा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को शनिवार को पुण्यतिथि पर याद किया।
इंगलिशिया लाइन स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउन्डेशन के कार्यालय में जुटे कार्यकर्ताओं ने तीनों विभूतियों के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर पार्टी के नेताओं ने कहा कि दृढ़ इच्छाशक्ति की धनी, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी भारतीय राजनीति की एक ऐसी महान महिला थीं, जिन्होंने पाकिस्तान के भूगोल को बदल कर एक ऐसा स्वर्णिम इतिहास रचा था। जिस पर भारत की पीढ़ियां नाज करती रहेंगी।
आजादी के बाद बिखरे हुये देश को एक झन्डे के नीचे लाने वाले लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल और महान चिन्तक शिक्षाविद आचार्य नरेन्द्र देव को भी कृतज्ञ राष्ट्र,आने वाली पीढ़ियां सदियों याद रखेगी। नेताओं ने कहा कि इन्दिरा गांधी ने राजाओं का प्रिवी पर्स समाप्त कर बैंकों के दरवाजे आम आदमी के लिये खोल दिए। देश के किसानों और मजदूरों को स्वावलम्बन की ओर अग्रसर होने के लिये प्रेरित किया और दुनिये के नक्शे में भारत को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।
उन्होंने कहा कि महानायक लौह पुरुष सरदार पटेल के महत्तम योगदान को भी ये देश कभी विस्मृत नहीं कर सकेगा। जिन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत 600 से अधिक देशी रियासतों को आजाद भारत में समाहित कर एक अनोखा इतिहास रचा और एक नये अखन्ड भारत का निर्माण किया।
नेताओं ने कहा कि सौभाग्य से आज के ही दिन समाजवादी सोच के नायक और सादगी और त्याग की प्रतिमूर्ति महान चिन्तक, शिक्षाविद आचार्य नरेन्द्र देव का भी जन्मदिन है, जिनका व्यक्तित्व और कृतित्व भावी पीढ़ी का हमेशा मार्गदर्शन करता रहेगा। ऐसे तीन-तीन महानायकों को स्मरण करना और देश के प्रति की गयी महान सेवाओं के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना वर्तमान पीढ़ी का कर्तव्य बनता है।
गोष्ठी में कांग्रेस कमेटी के प्रदेश के पूर्व उपाध्यक्ष विजय शंकर पान्डेय, बैजनाथ सिंह, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ पत्रकारिता विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार उपाध्याय, पूर्व शहर अध्यक्ष विजयशंकर मेहता, छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह, पीसीसी सदस्य भूपेन्द्र प्रताप सिंह आदि इसमें शामिल हुए।