UP News : आसपास के प्रदेशों में पहचान बना रहा डिवाइन हार्ट हॉस्पिटल
प्रादेशिक डेस्क
लखनऊ। डिवाइन हार्ट एंड मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल लखनऊ ने दो दशकों में उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि आसपास के प्रदेशों में भी एक नई पहचान बनाई है। हॉस्पिटल के संस्थापक एवं वरिष्ठ कार्डियक सर्जन प्रो. डॉ एके श्रीवास्तव ने बताया कि यहां लगी एक्मो मशीन हृदय एवं फेफड़ों के गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों को जीवन की नई उम्मीद साबित हो रही है। इसके साथ-साथ नवजात शिशुओं को चिकित्सकीय देखभाल प्रदान करने के लिए नियोनेटल वेंटिलेटर, मॉनिटर और इन्फ्यूजन पंपों तथा फोटोथेरेपी उपकरणों के साथ आईसीयू की स्थापना की गई है। हृदय रोगों से पीड़ित शिशु के लिए यह आईसीयू अच्छी तरह से प्रशिक्षित डॉक्टरों के एक समूह द्वारा स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि हमारे यहां समस्त प्रकार की हार्ट सर्जरी के अलावा नवजात और बाल चिकित्सा कार्डियक सर्जरी भी की जाती है। यह इकाई मेडिकल और सर्जिकल सहित जन्मजात और बाल चिकित्सा विज्ञान की एक अलग इकाई है।
हॉस्पिटल के मेडिकल डारेक्टर एवं वरिष्ठ कार्डियक सर्जन डॉ पंकज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस वक्त कार्डियक की हमारी एक मजबूत टीम कार्य कर रही है। टीम में पीजीआई के पूर्व प्रोफेसर वरिष्ठ कार्डियक सर्जन डा. एके श्रीवास्तव एवं डॉक्टर भूपेंद्र शामिल हैं। वही कार्डियोलॉजी में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर पद्मश्री डॉ मंसूर हसन, पूर्व प्रोफेसर डॉ बीके पुरी, डॉ आयुष शुक्ला, डॉ अंबिकेश्वर सिंह शामिल हैं। इसके साथ डा. सीएम पांडेय (डायरेक्टर एकेडमिक एंड रिसर्च और पूर्व एच ओ डी बायोस्टैटिस्टिक्स, पी जी आई) प्रो राजीव लखोटिया एनेस्थेटिस्ट, डॉ विवेक अग्रवाल फिजिशियन, डॉ एस एस गुप्ता, चेस्ट फिजिशियन और डॉ तरुण आनंद (बाल रोग विशेषज्ञ और नवजात विशेषज्ञ) शामिल थे। मुझे विश्वास है कि आइएबीपी और इक्मो जैसे जीवन रक्षक उपकरणों के समर्थन के साथ उत्साही विशेषज्ञों द्वारा इन समर्पित टीम के साथ, गंभीर रूप से बीमार रोगियों के जीवन को बचाने में डिवाइन हार्ट मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।