UP News:थाने में खड़ा था सीज वाहन, ARTO ने दिया फिटनेस प्रमाण पत्र
प्रादेशिक डेस्क
मुरादाबाद। सीज होने के बाद थाने में खड़े वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने का मामला सामने आया है। प्रमाण पत्र का असल सच जानने की बजाए दरियादिल गलशहीद पुलिस ने भी वाहन रिलीज कर दिया। प्रकरण प्रकाश में आते ही दोनों ही महकमे में खलबली मची है।
गलशहीद पुलिस ने 29 जून को पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एक वाहन पकड़ा। वाहन असालतपुरा के रहने वाले गुलनाज का था। गंभीर आरोपों के मद्देनजर पुलिस ने तत्काल प्रभाव से छोटा हाथी सीज कर दिया। गाड़ी थाने में जमा हो गई। चौंकाने वाली बात यह रही कि वाहन सीज होने के दूसरे ही दिन यानि कि 30 जून को आरटीओ कार्यालय ने सीज वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र जारी कर दिया। वाहन जब पुलिस के कब्जे में था और गाड़ी थाने में जमा थी, तो आरटीओ कार्यालय ने फिटनेस प्रमाण पत्र किस आधार पर जारी कर दिया। बहरहाल, दो जुलाई को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम कविता अग्रवाल की कोर्ट में वाहन रिलीज करने का प्रार्थना पत्र दाखिल हुआ। छह जुलाई को न्यायिक मजिस्ट्रेट ने वाहन के विक्रय व क्रय कागजात के अलावा रंग व स्वरूप आदि का परिसीलन करते हुए उसके फोटो आदि सही पाए जाने पर गाड़ी छोडऩे का आदेश गलशहीद थाना प्रभारी को दे दिया। कोर्ट के आदेश पर आठ जुलाई को प्रभारी निरीक्षक ने वाहन छोड़ दिया। थाना प्रभारी ने भी फिटनेस प्रमाण पत्र जारी होने की तिथि नजरंदाज कर दी। एआरटीओ अंबुज ने कहा कि प्रकरण फिलहाल संज्ञान में नहीं है। किसी भी वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र तब तक जारी नहीं हो सकता, जब तक कि वह आरटीओ कार्यालय नहीं आता। रही बात गलशहीद थाने में सीज रहे वाहन की तो संबंधित मामले की छानबीन होगी। जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।