अंतर्राष्ट्रीय प्रवाचक रमेश भाई शुक्ल ने Sri Ram Katha में बखानी भगवान के नामकरण व दीक्षा संस्कार की कथा
अतुल भारद्वाज
गोंडा। Sri Ram Katha के दौरान आवास विकास कॉलोनी में अखिल भारतीय श्रीराम नाम जागरण मंच के तत्वावधान में रविवार को प्रवचन देते हुए कथावाचक रमेश भाई शुक्ल ने कहा कि हिंदू धर्म में जीवन को 16 संस्कारों से जोड़ा गया है, किंतु समय के साथ ‘विवाह’ व ‘अंतिम संस्कार’ को छोडकर अधिकांश संस्कार लुप्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मनुष्य जन्मजात कुसंस्कार अपने साथ लाता है और उन्हें समाप्त करने के लिए ही मनीषियों ने संस्कारों की परंपरा स्थापित की थी, परंतु वर्तमान समय में केवल विवाह और अंतिम संस्कार ही बचते दिखाई दे रहे हैं।
Sri Ram Katha के प्रवचन में नामकरण संस्कार की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि गुरु वशिष्ठ ने विश्राम और सुख देने वाले शिशु का नाम राम रखा था। उन्होंने कहा कि जन्म और जीवन में अंतर होता है। जन्म माता-पिता से मिलता है, जबकि जीवन का वास्तविक मार्गदर्शन गुरु से प्राप्त होता है। यदि गुरु का ज्ञान व्यवहार में न उतरे, तो वह ज्ञान व्यर्थ है।

Sri Ram Katha में उन्होंने कहा कि भगवान राम के जीवन के विभिन्न पड़ावों में संस्कार, श्रृंगार, विहार और संहार की भूमिकाएँ स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं। धार्मिक सहिष्णुता पर बल देते हुए उन्होंने वेदवाक्य ‘एकम् सत् विप्रा बहुधा वदंति’ का उल्लेख किया और कहा कि ईश्वर एक है, बस विद्वान अपनी आस्था के अनुसार उसे विभिन्न नामों से पुकारते हैं। Ram नाम की महिमा पर उन्होंने तुलसीदास की वाणी का उदाहरण देते हुए कहा कि जो कुछ भी प्राप्त हुआ, वह राम नाम जप की ही देन है।
प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा कि संतों के वचनों को भाग्यशाली अवसर मानकर तुरंत पूरा करना चाहिए। रामचरितमानस का उदाहरण देते हुए बताया कि विश्वामित्र, अत्रि और वाल्मीकि को महान मुनियों का स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम सब राम के पुत्र हैं और समाज के कल्याणकारी कार्यों में दृढ़ता से खड़ा रहना ही हमारा धर्म है।

संयोजक निर्मल शास्त्री ने बताया कि Sri Ram Katha में कार्यक्रम स्थल पर प्रतिदिन सुबह आठ से दस बजे तक पर्यावरण सुरक्षा यज्ञ आयोजित होता है, जिसमें कोई भी श्रद्धालु सम्मिलित हो सकता है। Sri Ram Katha में अनिरुद्ध शाही, ज्योति पांडेय, मदन मोहन तिवारी, राजीव रस्तोगी, संजीव वर्मा, पीएन पांडेय, वेदपति त्रिपाठी, बीबी सिंह, राजू ओझा और अनिल मित्तल सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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