National News:​सशस्त्र बलों को और मजबूत किया जायेगा : राजनाथ

– कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में रक्षामंत्री ने ​भारतीय से​ना की ​सेवाओं को सराहा– सेना में सुधार और सभी क्षेत्रों में मदद के लिए रक्षा मंत्रालय प्रतिबद्ध
सुनीत निगम

 नई दिल्ली (हि.स.)। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि भारतीय सेना आजादी के बाद से इस देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए कई चुनौतियों का सामना करने में सफल रही है। सेना ने आतंकवाद, उग्रवाद या किसी बाहरी हमले के खतरों को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रक्षा मंत्रालय अपने ​​सशस्त्र बलों को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा​​। ​उन्होंने परिचालन सुरक्षा और वर्तमान सुरक्षा वातावरण में की गई विभिन्न पहलों के उच्च मानकों के लिए ​​भारतीय से​ना की ​सेवाओं को सराहा।
रक्षामंत्री नई दिल्ली में 26 अक्टूबर से चल रही सेना की कमांडर्स कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्हें कांफ्रेंस के दूसरे दिन ही ​कमांडर्स को संबोधित करना था लेकिन अमेरिका के अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क टी. एस्पर के साथ ‘टू प्लस टू’ वार्ता ने व्यस्तता की वजह से कार्यक्रम रद्द करना पड़ा​। आज उन्होंने देशभर से आये कमांडर्स से मुलाक़ात की और देश की सीमाओं की सुरक्षा से सम्बंधित चर्चा की। रक्षा मंत्री ने कमांडर्स को संबोधित करते हुए कहा कि रक्षा मंत्रालय अपने अगले कदम के रूप में सेना में सुधार और सभी क्षेत्रों में उनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपने सशस्त्र बलों को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना आजादी के बाद से इस देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए कई चुनौतियों का सामना करने में सफल रही है। सेना ने आतंकवाद, उग्रवाद या किसी बाहरी हमले के खतरों को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
​साल में दो बार होने वाली आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में सेना के वाइस चीफ सहित सभी सातों कमान के प्रमुख (आर्मी कमांडर्स), सेना-मुख्यालय में तैनात प्रिंसिपल स्टॉफ ऑफिसर्स (पीएसओ) और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी शामिल हो रहे हैं। आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस की शुरुआत थलसेना प्रमुख के भाषण से हुई और गुरुवार को उनके भाषण से ही समापन होगा। पहले दिन सैनिकों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। खासकर सर्दियों के दौरान सैनिकों की स्पेशल क्लोथिंग से लेकर टेंट और स्पेशल राशन को लेकर बातचीत हुई। दूसरे दिन तीनों सेनाओं के एकीकरण, संयुक्त ऑपरेशन्स और भविष्य में बनने वाली थियेटर कमांडस पर चर्चा की गई। आज तीसरे दिन सेना के सातों कमांर्ड्स ने अपनी-अपनी कमान की ऑपरेशनल तैयारियों के बारे में जानकारी दी और प्रमुख मुद्दों पर सेना प्रमुख ने सभी की तैयारियों पर समीक्षा की।

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