Kanpur News : विधायक सुरेन्द्र मैथानी ने विधानसभा में श्रमिक कालोनी का उठाया मुद्दा
श्रमिक कालोनी में रहकर महसूस किया दर्द, कालोनीवासियों को मिले मालिकाना हक
कानपुर (हि.स.)। कानपुर में एशिया की सबसे बड़ी श्रमिक कालोनी है और इन कालोनियों में रहने वाले लोगों में सुविधाओं का आभाव है। जिसकी मांग समय—समय पर श्रमिक कालोनी के निवासी करते रहे, पर उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। सरकार से गुजारिश है कि श्रमिक कालोनी में रहने वाले निवासियों से कुछ धन लेकर उन्हें मालिकाना हक दिया जाये। यह बातें गोविन्द नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सुरेन्द्र मैथानी ने सदन में कहीं।
गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र मैथानी ने सदन में अपने बजटीय भाषण में अपनी विधानसभा अन्तर्गत समस्याओं को पटल पर उठाया। अपने संविधानिक अधिकारों के अन्तर्गत विधायक ने श्रमिक कोलोनियों के स्वामित्व का मसला विधानसभा में उठाया। विधायक ने सदन में कहा कि एशिया की सबसे बड़ी श्रमिक कालोनी का सबसे बड़ा भाग मेरी विधानसभा में है। जिसमें काफी गरीब लोगों का पीढ़ियों से यहां निवास है। कहा कि मैनें स्वयं अपने माता-पिता व परिवार के साथ अपने जीवन के 42 वर्ष भारी अभावों में श्रमिक (लेबर) कालोनी में बिताया है।शास्त्री नगर की कालोनी में ही रहकर शादी हुई और बच्चों का भी वहीं जन्म हुआ। मेरे परिवार की तीन पीढ़ियां कालोनी में रहीं। ठीक इसी प्रकार तीन से चार पीढ़ी के लोग आज भी इन्ही श्रमिक कोलोनी में रह रहे हैं। मुझसे बेहतर वहां के निवासियों का (श्रमिक कोलोनी) दर्द दूसरा कोई नहीं बता सकता। मेरा इस सदन के माध्यम से सरकार से मांग है कि लेबर कोलोनी का स्वामित्व वहीं के मौजूदा निवासियों को मात्र छोटे से टोकन मनी को लेकर मालिकाना हक दे दिया जाए। इससे उ.प्र. के श्रमिक कालोनी निवासी लाखों गरीब जनता को भी राहत मिलेगी और सरकार को आशीर्वाद भी प्राप्त होगा।