Gonda News : लेखाधिकारी से भेंटकर शिक्षक नेताओं ने दर्ज कराया विरोध
पैन नम्बर में हुई गलतियां सुधारकर दुबारा भेजने का अनुरोध
जानकी शरण द्विवेदी
गोण्डा। वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय द्वारा शिक्षकों के पैन नंबर की एक सूची जारी करने पर विवाद खड़ा हो गया है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसे शिक्षकों के सम्मान से खिलवाड़ बताते हुए प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। जिलाध्यक्ष विनय तिवारी व जिला मंत्री उमा शंकर सिंह ने बताया कि लेखा विभाग द्वारा पूर्व में अधिकांश शिक्षकों का पैन नंबर फीड करने में गलती की गई और बाद में गलती सुधारने के नाम पर लेखा विभाग द्वारा इन्हें फर्जी बताते हुए सोशल मीडिया में कथित तौर पर एक सूची जारी कर दी गई, जिससे हड़कम्प मच गया। प्रकरण की जानकारी होते ही उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने वित्त एवं लेखाधिकारी से मुलाकात कर कथित सूची पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे तत्काल सुधारते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि इससे शिक्षकां के सम्मान को ठेस पहुंचा है, जिसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। वित्त एवं लेखाधिकारी ने संघ को अवगत कराया कि सूची में सुधार की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। किसी भी शिक्षक को परेशान होने की जरूरत नहीं है। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष एवं मनकापुर अध्यक्ष अंगद प्रसाद, जिला संयुक्त मंत्री एवं तरबगंज अध्यक्ष बलवन्त सिंह, जिला प्रचार मंत्री इरफान मोईन, परसपुर ब्लॉक अध्यक्ष विपिन सिंह, मंत्री प्रमोद द्विवेदी, बेलसर मंत्री विजय चौहान, रुपईडीह मंत्री राजेश तिवारी, उपाध्यक्ष मनकापुर अब्दुल रब, उपाध्यक्ष परसपुर बृजेन्द्र सिंह सहित शिक्षक व पदाधिकारी मौजूद रहे।
इसी प्रकार उप्र जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष किरन सिंह के नेतृत्व में भी वित्त एवं लेखाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में लेखाधिकारी कार्यालय द्वारा 642 शिक्षकों का परिवर्तित पैन विवरण की भ्रामक सूची भेजे जाने पर आपत्ति प्रकट की गई। शिक्षक नेताओं ने कहा कि एक भ्रामक सूचना के कारण अनेक शिक्षक संदेह के घेरे में आ गये हैं। उन्हें अनावश्यक ही अपमानित होना पड़ रहा है। वित्त एवं लेखाधिकारी से कहा गया कि कार्यालय से त्रुटिपूर्ण सूची को सही कराकर बेसिक शिक्षा निदेशक को सही सूची भेजी जाय, जिससे फर्जी शिक्षकों की सूची से इन शिक्षकों का नाम हटाया जा सके। साथ ही उच्चाधिकारियों को भ्रामक सूचना प्रेषित करने वाले कर्मचारी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही भी की जाय। इस अवसर पर पवन कुमार सिंह, संजय कुमार, कृष्ण नन्दन मिश्रा, परवेज कुमार, अनिल सिंह, सुधाकर मिश्रा, अमित सिंह, गौरव श्रीवास्तव, कवीन्द्र मिश्र, शिव कुमार गुप्ता, ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह, उमेश श्रीवास्तव, श्याम नाथ सिंह, विनय कुमार, प्रहलाद कुमार पांडेय, महेश कुमार, अनिल सिंह व इजहार अशरफ आदि उपस्थित रहे! ’