Gonda News : पांचवें दिन भी बिजली अभियंताओं ने किया कार्य वहिष्कार

मुख्य अभियंता कार्यालय पर मंगलवार को किया गया विरोध प्रदर्शन

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण किये जाने के फैसले के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेश व्यापी ध्यानाकर्षण आंदोलन के पांचवें दिन भी जिला मुख्यालय पर मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने भारी संख्या में विद्युत कर्मचारी, अवर अभियंता और अभियंताओं ने एकत्रित होकर निजीकरण के फैसले के विरोध में नारेबाजी करते हुए सरकार से इस फैसले को कर्मचारी तथा जनहित में वापस लेने की मांग की। यह जानकारी देते हुए इं. रामा जी ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान कर्मचारी नेताओं ने अपनी बात रखी। इं. विपिन सिंह ने इस मौके पर कहा कि 10 साल पहले आगरा तथा कानपुर शहर के वितरण व्यवस्था को निजी हाथों में देने का सरकार ने फैसला लिया था, किंतु कर्मचारियों के एकता और संघर्ष के कारण सरकार कानपुर का निजीकरण नहीं कर सकी। जबकि आगरा को टोरंट कम्पनी के हाथ में सौप दिया गया। परन्तु करार के मुताबिक, टोरंट कम्पनी न तो लाइन हानियों को 15 फीसद तक ला सकी और न ही करीब 2000 करोड़ से अधिक के बकाया को कारपोरेशन को वापस कर सकी। वहीं केस्को में प्रबंधकीय व्यवस्था सुधार के साथ उसी कर्मचारियों, अवर अभियंता और अभियंताओं के मेहनत से केस्को आज एक मात्र कम्पनी है जो लाभ में चल रही है। सभा को मुख्य रूप से इं. अनीश पांडेय, सतीश गुप्ता, नरेंद्र मिश्रा, संजय सिंह आदि ने सम्बोधित किया तथा सरकार से जनहित तथा कर्मचारी हित में पूर्वांचल कम्पनी के निजीकरण के फैसले को वापस लेने की मांग की। विरोध सभा में इं. राघवेंद्र साहू, इं. संदीप यादव, इं. नरसिंह नारायण भारती, राम कृपाल यादव, विजेंद्र सिंह, आद्या तिवारी, विशाल चौरसिया, सुनील कुमार, विमल कुमार, एहसान हुसैन, डीएस सिंह, सुरेंद्र चौधरी आदि मौजूद रहे।

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