Gonda News : जिले में पहुंचकर नोडल अधिकारी ने किया तैयारियों की समीक्षा

कोरोना नियंत्रण हेतु बढ़ाई जाय नमूनों की संख्या, अस्पतालों में न हो गंदगी

संवाददाता

गोण्डा। कोविड-19 एवं संचारी रोग नियंत्रण, स्वच्छता अभियान, पेयजल आदि की समीक्षा के लिए शासन से नामित नोडल अधिकारी/कृषि उत्पादन आयुक्त एवं अपर मुख्य सचिव राज्य कर विभाग आलोक सिन्हा ने गुरूवार को जनपद पहुंचकर सर्किट हाउस में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की तथा एकीकृत कमान्ड कन्ट्रोल रूम एवं जिला अस्पताल में स्थापित डेडीकेटेड कोविड-19 हास्पिटल का निरीक्षण किया।
नोडल अधिकारी ने सर्किट हाउस में सबसे पहले सफाई व्यवस्था की समीक्षा की, जिसमें उन्होंने नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों से उनकी नगर पालिका/नगर पंचायतों में साफ-सफाई सुनिश्चित कराने हेतु बनाई गई कार्ययोजना के बारे में जानकारी ली। गहन समीक्षा करते हुए उन्होंने नगर निकाय के वार्डों में सफाई हेतु लगाए गए सफाईकर्मियों की संख्या, रोस्टर, कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था, कूड़ा उठान का समय, ब्लीचिंग पावडर एवं एन्टी लारवा के छिड़काव की स्थिति आदि के बारे में डिटेल में पूछा। समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि जिन नगर निकायों में ठीक से कार्य योजना नहीं बनी है, वे शीघ्र ही वृहद कार्ययोजना बनाकर साफ-सफाई सुनिश्चित कराएं।
सफाई व्यवस्था की समीक्षा के उपरान्त उन्होंने जनपद में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। अधिशासी अभियन्ता बाढ़ खण्ड ने बताया कि अब तब घाघरा नदी में 04 लाख 12 हजार 812 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। जिले में कहीं भी बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है। जिलाधिकारी डॉ. नितिन बंसल ने अवगत कराया कि बाढ़ के दृष्टिगत 23 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। जिन गांवों में रास्तों पर पानी भर गया है, वहां पर जिला प्रशासन द्वारा नावों की निःशुल्क व्यवस्था करा दी गई है। उन्होंने बताया कि तहसील कर्नलगंज के ग्राम नकहरा के 07 मजरों सहित 12 मजरों में तथा तरबगंज के 10 मजरों सहित कुल 22 नावें लगी हुईं हैं, जिससे लोग आवागमन कर रहे हैं। फ्लड पोस्ट पर सतत निगरानी के लिए बाढ़ खण्ड के जेई तथा राजस्व विभाग के राजस्व निरीक्षकों की ड्यूटी शिफ्टवार लगाई गई है।
बाढ़ की समीक्षा के बाद नोडल अधिकारी ने जिले में कोविड-19 की स्थिति के बारे में बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा के दौरान सीएमओ को सैम्पल कलेक्शन की संख्या, कुल पाजिटिव मरीजों की संख्या, डिस्चार्ज किए गए मरीजों की संख्या, कुल एक्टिव केसेज की संख्या, रिपोर्ट र्प्राप्ति हेतु लम्बित सैम्पल्स की संख्या तथा कोरोना से अब हुई मृत्यु की संख्या की सही सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिले में टेस्टिंग की सख्ंया बढ़ाई जाय। उन्होंने आरटी पीसीआर, ट्रूनेट मशीन तथा एन्टीजेन से होने वाले सैम्पल टेस्ट के बारे में बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि उन्हें किसी भी दशा में अस्पतालों में गन्दगी की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सफाई की मानीटरिंग के लिए सिस्टम बनाकर दिन में तीन बार रिपोर्टिंग कराई जाय तथा सफाई के लिए स्वीपर आदि बढ़ाए जायं। उन्होंने निर्देश दिए कि अपर निदेशक स्वास्थ्य को कोविड-19 की मानीटरिंग के लिए जनपद स्तर पर नोडल नामित किया गया है, वे स्वयं मरीजों से बात करें।
कोरोना मरीजों की कान्टैक्ट ट्रैसिंग के लिए लगाई गई सर्विलान्स टीमों, किए गए प्रबन्धों आदि के बारे में समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कोरोना मरीजों की सूची आने के बाद शीघ्रातिशीघ्र उनसे सम्बन्धित लोगों की कान्टैक्ट ट्रैसिंग कराई जाय तथा उसका समुचित अभिलेखीकरण भी किया जाय। होम आइसोलेट हुए लोगों की सख्ती से निगरानी की जाय तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल का ठीक ढंग से पालन कराया जाय। कन्टेनमेन्ट जोन्स की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि कन्टेनमेन्ट जोन में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाय तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। बैठक में देवीपाटन मण्डल के आयुक्त एसवीएस रंगाराव, डीएम डा. नितिन बंसल, सीडीओ शशांक त्रिपाठी, सीएमओ डा. मधु गैरोला, एडीएम राकेश सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी, सीएमएस डा. अरुण लाल, एसडीएम सदर वीर बहादुर यादव, कनर्लगंज ज्ञानचन्द्र गुप्ता, तरबगंज राजेश कुमार, मनकापुर हीरालाल यादव, कुलदीप सिंह, एक्सईएन बाढ़ वीएन शुक्ला, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सभी ईओ व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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