Gonda News : घाघरा के साथ ही सरयू नदी में भी उफान
नवाबगंज में पीएसी की फ्लड यूनिट ने मोर्चा संभाला
जानकी शरण द्विवेदी
गोण्डा। सोमवार की देर शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश से घाधरा के साथ ही सरयू नदी ने भी उफान आ गया। बुधवार की सुबह एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 51 सेमी ऊपर बह रही थी तो अयोध्या स्थित केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर प्रवाहित हो रही है। दोनों नदियों में जल स्तर बढ़ने से मांझा क्षेत्र के तटीय गांवो में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। एसडीएम राजेश कुमार ने सरयू के तटीय गांवों का दौरा करके ग्रामीणों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवां के लेखपालों को भी सतर्क रहने और स्थिति पर निरन्तर नजर रखने का निर्देश दिया। तहसीलदार नरसिंह नरायन वर्मा भी क्षेत्र के जैतपुर मांझा समेत कई गांवों का दौरा कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। बताया जाता है कि सरयू नदी के जल स्तर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। अगले चौबीस घंटों तक यदि जल स्तर में वृद्धि की यही रफ्तार बनी रही, तो कई गांव बाढ़ की चपेट में आएंगे। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के कटरा शिवदयाल गंज और पटपरगंज बाढ चौकियों को सक्रिय करते हुए यहां राजस्व कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। बाढ़ को लेकर सतर्क जिला प्रशासन द्वारा गोण्डा पीएसी की फ्लड कम्पनी को नवाबगंज कस्बे के नगर पालिका कन्या इंटर कालेज में कैम्प करा दिया गया। पांच मोटर बोट और बाढ़ से निपटने के सभी साजो सामान के साथ जिले की पीएसी की बी कम्पनी के एक प्लाटून यहां पहुंच गई है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है।
जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि भारी बरसात के कारण दोनों नदियों के जल स्तर में अचानक तेजी से वृद्धि दर्ज की गई थी, किन्तु अब पानी का बढ़ना बंद हो गया है। उम्मीद है कि अगले 24 घंटे में पानी कम हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कर्नलगंज तहसील में 11 और तरबगंज तहसील में 14 बाढ़ चौकियां सक्रिय हैं। पीएसी की फ्लड यूनिट भी पूरे साजो सामान के साथ सतर्क है। फिलहाल किसी प्रकार का खतरा नहीं है।