Gonda News : गिरधारी ने दिखाई समझदारी, कुछ न कर सकी कोरोना बीमारी

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनकापुर में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत गिरधारी लाल बीते दिनों कोरोना पाजिटिव हो गये थे। अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बीमारी को मात देने के लिए उन्होंने कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हो जाना बेहतर समझा। एक हफ्ता अस्पताल और बाद का एक हफ्ता घर में रहकर गिरधारी ने चौदह दिनों तक खुद को आइसोलेशन में रखा। प्रबल मनोबल, सूझ-बूझ और चिकित्सीय पर्यवेक्षण में रहकर आखिरकार गिरधारी ने कोरोना को मात दी और एक बार फिर पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कर्मक्षेत्र सीएचसी मनकापुर में ड्यूटी पर लौट आये हैं।
गिरधारी बताते हैं कि उनकी ड्यूटी सीएचसी के वार्ड और कार्यालयों में साफ़-सफाई की थी। हर रोज सीएचसी पर कोरोना जाँच शिविर आयोजन और इमरजेंसी सेवा दिए जाने में मुझे भी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहना पड़ रहा था। इसी बीच मेरी ड्यूटी एससीपीएम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल हारीपुर गोण्डा लेवल-1 में लगी। यहीं ड्यूटी के दौरान मुझे बुखार और साँस लेने में परेशानी महसूस होने लगी, तो मैंने सोचा कि मुझे भी कोविड की अपनी जाँच करानी चाहिए। जाँच कराई तो मैं पाजिटिव निकला। मेरी तो ऊपर की साँस ऊपर और नीचे की नीचे। गिरधारी कहते हैं कि एक बार तो मन में आया कि मेरे घर में माँ, दो बच्चे और पत्नी हैं। अगर मुझे कुछ हो गया, तो इन सबका क्या होगा। मैंने इस जानलेवा बीमारी से लड़ने की ठान ली। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने फैसिलिटी सेंटर चलने के लिये कहा तो मैंने परिवार की सुरक्षा की दृष्टि से उसे मान लिया और अस्पताल में भर्ती हो गया। इस दौरान सभी नियमों का ध्यान रखा और किसी से मिला नहीं, लेकिन सबके फोन आते रहे, जिससे मेरा मनोबल बढ़ा रहा और मैंने कोरोना को मात दे दी।
गिरधारी ने बताया कि इस दौरान सीएचसी के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार और कोविड हॉस्पिटल में तैनात चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्सों ने मेरा मनोबल गिरने नहीं दिया। इसी का नतीजा यह रहा कि मैं एक बार फिर से अपने काम को करने के लिए तैयार हुआ। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिये लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम काम कर रही है और इससे बचाव के लिये लगातार प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। लेकिन लोग अब भी कोविड-19 से बचाव के लिये जरूरी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। बाजार में लोग भीड़ लगाकर खड़े रहते हैं। इसके साथ ही वह नियमों की लगातार अवहेलना कर रहे हैं। इस पर चिंता जताते हुए गिरधारी कहते हैं कि लोगों को खुद कोविड-19 से बचाव के लिये जागरुक होना होगा। सीएचसी के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार कहते हैं कि कोविड-19 का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है, लापरवाही ठीक नहीं है। हमें पता ही नहीं होता है कि अगला व्यक्ति स्वस्थ है या कोरोना पाजिटिव। इससे बचने के लिये मुंह पर मास्क पहनें। बार-बार हाथ धोते रहें और शारीरिक दूरी का पालन करें। भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें और बिना मास्क के बाहर न निकलें।

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