Gonda News : उपेक्षा का शिकार है गांव का विशाल व प्राचीन शिवमंदिर

प्रदीप पाण्डेय

गोण्डा। इटियाथोक ब्लाक अंतर्गत अयाह गांव का प्राचीन और विशाल शिवमंदिर उपेक्षा का शिकार है। इसके जीर्णोद्धार की लोगो ने मांग की है। अयाह गांव में स्थित तकरीबन 700 वर्ष पुराना शिव मन्दिर उपेक्षा का शिकार है। इस प्राचीन मन्दिर के प्रवेश द्वारा को देखकर ही आभास हो जाता है कि यह कितना आलीशान है। परिसर के भीतर प्रवेश करते ही आपकी आँखें फ़टी की फ़टी रह जायेगीं।
इस शिव मन्दिर के बगल लगा घण्टा काफी वजनदार है और उस पर नेपाली भाषा में इंगित सन् 1303 अपने इतिहास को प्रमाणित करता है। ग्रामीणों ने बताया कि कई वर्षो पहले परिसर में बने छोटे छोटे कक्षों में अष्टधातु की बेशकीमती मूर्तियों की चोरी हो गयी। उसका पता नहीं लग सका। पहले भी गाँव वालों ने इस प्राचीन मन्दिर के जीर्णोद्धार के लिए जिम्मेदारों से याचना की है और आज भी लोगो की यह मांग बरकरार है। मगर कोई इसे आज तक देखने तक नहीं आया।
पूर्व में यहा के प्रधान से भेंटकर एक स्थानीय सामाजिक संगठन ने इस धरोहर को बचाने के लिए संघर्ष पर चर्चा की लेकिन उनको भी सफलता नही मिली क्योंकि इसके मरम्मत में लाखों के रकम की जरूरत बताई जा रही है। गांव के राज नरायन पाड़े, पवन तिवारी, पं. लवकुश शुक्ल, किशोरी लाल आदि ने कहा कि यह मंदिर अब जीर्ण शीर्ण अवस्था में खड़ा अपनी अंतिम सांस ले रहा है। अगर इसकी मरम्मत जल्द न हुई तो यह प्राचीन धरोहर एक इतिहास बन जाएगी। ग्रामीणों ने कहा कि इनके प्लास्टर आदि टूटने लगे है। यह काफी विशाल और अत्यधिक ऊँचा है जिसकी रंगाई पुताई और मरम्मत करवाना शायद ग्रामीणों के बस की बात नही है। आपको बता दे कि इस विशाल मंदिर में चैत्र नवरात्र में गैरजनपदीय हजारो भक्तगण देवीपाटन मंदिर पैदल जाते वक्त आकर सर झुकाते है। अब उपेक्षा के चलते यह मन्दिर अपने अंतिम सांस ले रहा है।

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