Gonda News:वाल्मीकि मन्दिरों में आयोजित हुआ रामायण पाठ
कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत मनाई गई महर्षि वाल्मीकि जयन्ती
संवाददाता
गोण्डा। शासन के निर्देशानुसार आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जयन्ती की जनपद में भव्य रूप में मनाई गई। इस अवसर जनपद में कई आयोजन किये गए। वाल्मीकि मंदिरों में दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण के साथ ही रामायण का पाठ हुआ। जिलाधिकारी डा. नितिन बंसल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि विश्व के आदि कवि हैं। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध कालजई कृति रामायण महाकाव्य की रचना श्री राम के जीवन काल में की। उनके द्वारा रचित रामायण विश्व के आदि ग्रंथ के रूप में आज भी पूज्यनीय है। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण सामाजिक मूल्यों, मानव मूल्यों एवं राष्ट्र मूल्यों की स्थापना का आदर्श है। जिलाधिकारी ने कहा कि वाल्मीकि रामायण में निहित मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्यों व राष्ट्र मूल्यों के व्यापक प्रचार-प्रसार व जन सामान्य को इससे जोड़ने के लिए महर्षि वाल्मीकि से संबंधित मंदिरों पर दीप प्रज्वलन दीपदान के साथ साथ अनवरत 8 घंटे, 12 घंटे, 24 घंटे का वाल्मीकि रामायण का पाठ किए जाने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, जिसके क्रम में वाल्मीकि मन्दिर अम्बेडकर चौराहा, वाल्मीकि मन्दिर चुंगी गोदाम बड़गांव व पन्त नगर में वाल्मीकि रामायण का पाठ कराया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के चयनित मंदिरों पर नोडल अधिकारियों को नामित कर ड्यूटी लगाई गई है तथा जनपद के प्रत्येक तहसीलों में चयनित मंदिरों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रमों में कोविड-19 के शासन के निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया गया तथा सभी लोग मास्क अनिवार्य रूप से पहने रहने तथा 2 गज की दूरी का पालन किया गया। महर्षि वाल्मीकि जयंती के कार्यक्रम को भव्यता पूर्ण रूप से संपन्न कराए जाने हेतु नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। वहीं जिलाधिकारी के निर्देशन में नगर पालिका परिषद द्वारा सभी चयनित मन्दिरों में रामायण का पाठ व पूजा कार्यक्रम आयोजित कराया गया। ईओ नगर पालिका परिषद विकास सेन ने स्वयं बाल्मीकि मन्दिरों में पहुंचकर वाल्मीकि प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा पूजा पाठ किया। इस कार्यक्रम में वाल्मीकि समाज के तमाम लोगों ने भी प्रतिभाग किया।