Gonda : बैंक अधिकारियों पर हमला कर बनाया बंधक

जानकी शरण द्विवेदी

गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में मंगलवार को ऋण की वसूली के लिए गांव में गए बैंक अधिकारियों पर एक बाकीदार ने अपने समर्थकों के साथ हमला करके बंधक बना लिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बैंक अधिकारियां व कर्मचारियों को मुक्त कराया। प्रकरण में स्थानीय थाने पर सुसंगत धाराओं में अभियोग दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। अब तक पांच लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। इस बीच बैंक आफीसर्स एसोसिएशन ने दोषियों के विरुद्ध सख्त एवं प्रभावी कार्रवाई न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।
प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक व आफीसर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार शुक्ला ने बताया कि बैंक की बालपुर शाखा के अधिकारियों का एक दल सोमवार को कर्नलगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सोनहरा में बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के 10 लाख रुपए से अधिक के अनर्जक (एनपीए) बाकीदार घनश्याम पुत्र पारसनाथ के यहां वसूली के लिए गया था। शुक्ला के अनुसार, बकाया जमा करने के लिए कहने पर घनश्याम बैंक अधिकारियों के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट पर आमादा हो गए। उनके परिजनों व कुछ समर्थकों ने लाठी, डंडा व ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। परिणाम स्वरूप क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक गुप्ता, उप क्षेत्रीय प्रबंधक कपिल अग्रवाल, वरिष्ठ प्रबंधक कमल किशोर और प्रबंधक आशीष सहित अन्य अधिकारी चोटिल हुए तथा गाड़ी का शीशा चकनाचूर हो गया। हमलावरों ने मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों को बंधक बना लिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें मुक्त कराया तथा मौके पर मौजूद पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया कि प्रकरण में सुसंगत धाराओं में अभियोग दर्ज कर चोटिल अधिकारियों का चिकित्सीय परीक्षण कराया जा रहा है। पांच आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जिले के बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने कर्नलगंज कोतवाली पहुंचकर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

इस बीच प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक आफीसर्स एसोसिएशन के प्रांतीय महासचिव अनंत तिवारी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, भारत सरकार के वित्तीय सेवा विभाग के अपर सचिव, बैंक के अध्यक्ष व आल इंडिया रीजनल रूरल बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन (अरेबिया) के महामंत्री को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने तथा बैंक अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि शासकीय कार्यों के संपादन में लगे स्टाफ को सुरक्षित महसूस कराने एवं भविष्य में इस प्रकार के आपराधिक कृत्यों को रोकने के लिए दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही आवश्यक है। एसोसिएशन आपसे अनुरोध करती है कि उपरोक्त प्रकरण में शीघ्रातिशीघ्र हस्तक्षेप करते हुए दोषियों के प्रति कठोर कार्यवाही कराने का कष्ट करें, जिससे भविष्य में इस प्रकार के ऐसे प्रकरणों की पुनरावृत्ति न हो। अन्यथा की स्थिति में एसोसिएशन विवश होकर आंदोलनात्मक कार्यवाही के लिए बाध्य होगा।

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