Education News : जेईई मेन के परीक्षा पैटर्न में बदलाव, साल में चार बार होगी


– 90 में से केवल 75 प्रश्न करने होंगे, 15 प्रश्नों के नकारात्मक अंक नहीं होंगे

– चार बार आयोजित की जाएगी परीक्षा

 – पहली बार 13 भारतीय भाषाओं में होगी परीक्षा

 – उत्तर प्रदेश पहली बार होगा शामिल 
नईई दिल्ली(हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने बुधवार को कहा कि इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अगले साल संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य)-2021 चार बार आयोजित की जाएगी। परीक्षा नए पैटर्न के आधार पर होगी। नई शिक्षा नीति के मद्देनजर यह परीक्षा पहली बार 13 भारतीय भाषाओं में होगी। 
केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने आज जारी एक वीडियो संदेश के माध्यम से 2021 में आयोजित की जाने वाली जेईई (मेन) की परीक्षाओं की समय सारणी जारी करते हुए बताया कि अगले वर्ष यह परीक्षा चार सत्रों में आयोजित की जाएगी और पहले सत्र की परीक्षा 23 से 26 फरवरी के बीच आयोजित की जाएगी। आगे के सत्रों की तारीखें बाद में घोषित की जाएंगी। जेईई (मेन) 2021 में उपस्थित होने के लिए अभ्यर्थियों के पास 16 दिसम्बर 2020 से लेकर 16 जनवरी 2021 तक ऑनलाइन आवेदन करने का मौका मिलेगा। 
उन्होंने कहा कि फरवरी के अलावा यह परीक्षाएं मार्च, अप्रैल और मई में भी आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा प्रत्येक सत्र का परीक्षा परिणाम परीक्षा की अंतिम तिथि के 4-5 दिनों में घोषित किए जाएंगे और अभ्यर्थी यदि चाहें तो परिणाम के बाद पोर्टल खुलने पर आगामी सत्रों के लिए आवेदन कर सकते हैं। निशंक ने कहा कि अभ्यर्थी आगामी सत्रों के लिए, एक सत्र के परिणाम के बाद, अपना आवेदन वापस भी ले सकेंगे। इस स्थिति में आगामी सत्रों के लिए जमा किया शुल्क, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा वापस किया जाएगा। इसके अलावा अभ्यर्थी आगामी सत्रों के लिए, एक सत्र के परिणाम के बाद अपना सत्र बदल भी सकते हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो अभ्यर्थी परीक्षा के एक से अधिक सत्रों के लिए आवेदन करते हैं, तो वे प्रथम सत्र के बाद अन्य सत्रों की परीक्षा में उपस्थित भी हो सकते हैं और नहीं भी। इसके अलावा यदि कोई भी अभ्यर्थी एक सत्र के लिए आवेदन नहीं कर सका तो वह इस सत्र के परिणाम की घोषणा के तुरंत बाद पोर्टल खुलने पर अगले सत्रों के लिए आवेदन कर सकता है। उन्होंने बताया कि जेईई (मेन) 2021 केवल “कंप्यूटर आधारित टेस्ट” (सीबीटी) मोड में आयोजित की जाएगी। केवल बी.आर्क की ड्राइंग परीक्षा “पेन एंड पेपर” (ऑफलाइन) मोड में आयोजित की जाएगी। 
निशंक ने कहा कि नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखकर वर्ष 2021 में जेईई (मेन) परीक्षा पहली बार हिंदी, अंग्रेजी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू भाषा में आयोजित की जाएगी। 
उन्होंने कहा कि जेईई मेन का नया परीक्षा पैटर्न भी होगा। एनटीए ने पाठ्यक्रम में संशोधन के संबंध में देश भर में विभिन्न बोर्डों द्वारा लिए गए विभिन्न निर्णयों को ध्यान में रखकर यह निश्चय किया है कि प्रश्नपत्र में 90 प्रश्न होंगे जिसमें उम्मीदवार को कुल 75 प्रश्न ही हल करने होंगे। उम्मीदवारों को रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और गणित के प्रत्येक खंड में 30 में से 25 प्रश्नों का जवाब देना होगा। 15 वैकल्पिक प्रश्नों में नेगेटिव मार्किंग भी नहीं होगी। उम्मीदवार के सर्वश्रेष्ठ एनटीए प्राप्तांक के आधार पर ही उम्मीदवार की मेरिट सूची अथवा रैंकिंग बनाई जाएगी। 
निशंक ने कहा कि उत्तर प्रदेश पहली बार जेईई मेन परीक्षा में शामिल हो रहा है। इस बार उत्तर प्रदेश के छात्र, जो पहले यूपीएसईई के माध्यम से इंजीनियरिंग एवं आर्किटेक्चर के पाठ्यक्रमों में उत्तर प्रदेश के संस्थानों में प्रवेश लिया करते थे, भी जेईई की परीक्षा में बैठ सकेंगे। उन्होंने कहा कि2021 में जेईई (मेन) की परीक्षाएं को चार सत्रों में करवाने का निर्णय छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षाओं के साथ हुए विभिन्न शिक्षा संवाद में दिए गए सुझावों के बाद लिया गया है। इससे छात्रों को अंक सुधारने का मौका तो मिलेगा ही उनका 1 साल भी बर्बाद होने से बच जाएगा। 

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