Balrampur News : जानें, कुत्ता काटने पर क्या करें, क्या न करें
संवाददाता
बलरामपुर। विश्व रेबीज दिवस पर गोष्ठी का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार बलरामपुर में आयोजित किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बीपी सिंह ने किया। डॉक्टर बीपी सिंह ने बताया कि विश्व रेबीज दिवस, रेबीज की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष 28 सितंबर को मनाया जाता है। रेबीज एक वायरस जनित रोग है, यह जानवरों से मनुष्य में फैलता है तथा मनुष्यों के लगभग 99 प्रतिशत मामलों में रेबीज का कारण कुत्ता काटना होता है। मनुष्य के शरीर में रेबीज का वायरस रेबीज से पीड़ित जानवर के काटने, उससे होने वाले घाव और खरोच एवं लार से प्रवेश करता है। कुत्ते के काटने के बाद रेबीज के लक्षण 1 से 3 महीने में दिखाई देते हैं। कुत्ते के काटने पर घरेलू उपचार या झाड़-फूंक नहीं करना चाहिए। तत्काल नजदीकी सरकारी चिकित्सालय जाकर चिकित्सीय उपचार व टीकाकरण करवाना चाहिए। कुत्तों के काटने पर घाव को हाथ से छूना नहीं चाहिए, घाव पर मिट्टी, मिर्च, तेल, पान की पत्तियों जैसे पदार्थ को नहीं लगाना चाहिए। कुत्तों के काटने पर घाव को तुरंत 10 मिनट तक पानी से धोना चाहिए और टीकाकरण के बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। गोष्ठी में जिला स्वास्थ शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा, डीपीएम शिवेंद्र मणि त्रिपाठी, श्याम मिश्रा, विनोद त्रिपाठी, पुनीत, आकाश सभी ब्लॉकों के ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक तथा बीसीपीएम द्वारा प्रतिभाग किया गया।