Bahraich News : पुलिस ने किया राजेन्द्र हत्या काण्ड का खुलासा

पुरानी रंजिश के कारण प्रेम चन्द ने की थी हत्या

संवाददाता

बहराइच। पिछले माह के अंतिम सप्ताह में हुए राजेन्द्र राजभर हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी की दूसरी पत्नी को जबरन मायके भेजवाने को लेकर उसकी हत्या हुई थी। आरोपी ने पहली पत्नी की मौत के छह वर्ष बाद प्रेम विवाह किया था, जो उसके के मायके वालों को नागवार लगा था। गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा व कारतूस बरामद किए गए है। एसपी डॉ. विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि रिसिया थाने के रिसिया जमाल गांव में 27 जून की रात लगभग डेढ़ बजे घर के बरामदे में सो रहे राजेन्द्र राजभर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के परिजनों की ओर से हत्या की धाराओं में अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था। किसी पर शक भी जाहिर नहीं किया गया था। पुलिस लगातार इस मामले के खुलासे को तहकीकात कर रही थी। शनिवार को रिसिया थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले। जिसे उन्होंने अफसरों को बताया।
एएसपी सिटी कुंवर ज्ञानंजय सिंह व सीओ पयागपुर नरेश सिंह के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, उपनिरीक्षक ओंकार यादव, इंद्रजीत यादव, सिपाही संतोष कुमार, विनोद सोनी,अफजल अली, विनोद यादव, पवन यादव, दिवाकर सिंह ने समसा तरहर बस अड्डे के पास से रिसिया जमाल निवासी प्रेम चंद्र राजभर को धर दबोचा। उसे थाने लाकर गहनतम पूछताछ की, उससे क्रास क्वेश्चन किए गए। मनोवैज्ञानिक तरीकों को आजमाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद प्रेमचंद्र ने राजेन्द्र राजभर की हत्या की वारदात कबूल की। उसने हत्या में प्रयुक्त 12 बोर का तमंचा व कारतूस भी बरामद कराया। उसने बताया कि दूसरी पत्नी देवन्ती को राजेन्द्र आदि ले गए थे। यही नहीं उसे मारा भी था। इसी प्रतिशोध में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था।
पुलिस के अनुसार राजेन्द्र राजभर हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी प्रेमचंद्र राजभर की पत्नी ममता की लगभग छह वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। उसे शिव कुमार राजभर गोण्डा जिले के उमरी बेगमगंज थाने के टेपरा ले गए थे। प्रेमचंद्र का वहां उसकी बेटी देवंती से प्रेम हो गया। देवन्ती को वह बहराइच ले आया और कोर्ट मैरिज कर ली। ताकि प्रेम विवाह को कानूनी जामा दिया जा सके। यह देवन्ती के मायके वालों को नागवार गुजरा। वह पत्नी सहित रिसिया जमाल में रहने लगा, तो आए दिन उससे मायके वालों से झगड़ा होने लगा। जिस पर वह पत्नी को लेकर मुर्तिहा में अपने भाई के यहां चला गया। देवन्ती के मायके वाले वहां पहुंचे और प्रेमचंद्र की पिटाई कर देवन्ती को रिसिया जमाल ले आए। वहां से देवन्ती को गोण्डा स्थित मायके भेज दिया। देवन्ती का भी प्रेमचंद्र से मोह भंग हो गया। जिस पर उसने राजेन्द्र को इसके लिए दुश्मन माना। इसी प्रकरण में हत्या की वारदात की गई।

error: Content is protected !!