36 घंटे बाद बाइक समेत लापता हुए , बीमा एजेंट का सुराग नहीं
– परिजन परेशान ,सीसीटीवी फुटेज में भी कोई जानकारी नही मिली
औरैया, 25 अगस्त (हि. स.)। बीते सोमवार की सुबह से नगर के नहर पटरी पर मुहाल कैलाश बाग निवासी बीमा अभिकर्ता 36 घण्टे से बाइक समेत लापता है । वही सोमवार की देर शाम गायव हुए युवक के पिता रामबाबू ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी । तबसे लगातार पुलिस सक्रिय है ,आवास पर सीओ सिटी व दिबियापुर इंस्पेक्टर ने पहुचकर परिजनों से पूछताछ की ।
थाने में दिए तहरीर में रामबाबू द्विवेदी नि कैलाश बाग ने बताया कि उनका छोटा पुत्र मनोज (42 वर्ष) 24 अगस्त की सुबह साढ़े 9 बजे से घर से निकलकर मूहल्ले में एक लोगो की मौत हो जाने पर मुहल्ले वासी से कहकर गए कि जब शव अंतिम संस्कार होने जाय तब फोन कर देना मैं किसी कार्य से अभी जा रहा हु इतना कहने के बाद वह अपनी बाइक पर बाहर चले गये। जब शब अंतिम संस्कार के लिए जाने लगा तो मुहल्ले के लोगो ने मनोज को फोन किया तो फोन ऑफ बताने लगा ,जब देर शाम तक वापिस नही आये तब परिजनों को चिंता हुई फोन मिलाया लेकिन फोन ऑफ बताने लगा ,जनकारी होने पर मोहल्लेवासी भी एकत्र हो गए व थाना पुलिस को सूचना दी ,व स्वम तलाश शुरू कर दी ।
दिबियापुर इंस्पेक्टर अनिल विश्वकर्मा भी आ गए व परिजनों से पूछताछ की इसके बाद वह व उनकी टीम ने पूरे जिले में वायरलेस कर सूचना नोट करवाई व मोबाईल नम्बर की कॉल डिटेल निकलवाने के लिए नम्बर को सर्विलांस पर भेज दिया लेकिन सुबह तक युवक का कुछ सुराग नही लगा ,वही कॉल डिटेल आने के बाद पुलिस ने मिलने वाले लोगो व उसके साथ एजेंट का काम करने वाले व परिचितों से पूछताछ शुरू कर दी व दिबियापुर के सभी सीसीटीवी फुटेज चेक करवाये लेकिन अभी तक कोई सुराग न लग पाने से परिजन बेहद परेशान है वही पुलिस भी सक्रियता से तलाश कर रही है व सोशल मीडिया पर भी डिटेल डाली । सीओ सिटी औरेया सुरेंद्र व दिबियापुर इंस्पेक्टर ,सर्विलांस टीम ,एसओजी टीम लगातार तलाशने में लगी हुई है । इस सम्बंध में दिबियापुर इंस्पेक्टर अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि गुमधुदा की तलाश हो रही है पर अभी तक कोई सुराग नही मिला है तलाश जारी है ।
मनोज दुबे डाकघर ,सहारा तथा एलआईसी के वरिष्ठ अभिकर्ता थे । बताते हैं कि सहारा इण्डिया में भुगतान बंद हो जाने से कई खाताधारको को उन्होनें अपने पास से रुपया दिया था जिससे उनकी बाजार में देनदारी भी बढ़ गयी थी। उनके अचानक लापता होने से मंगलवार को सम्वधित खातेदार उनके आवास तथा दिबियापुर डाकधर शाखा पहुंचे । इस सम्वन्ध में डाकघर के पोस्ट मास्टर अख्तर अली ने बताया कि मनोज दुबे के करीब चार सैकड़ा आवर्ती खाता उनकी शाखा में संचालित हैं जिसमें लगभग सात लाख रुपये प्रतिमाह जमा होता है।उन्होंने बताया कि चालू अगस्त माह में अभी उनकी ऐजेन्सी के खातों में धनराशि जमा नहीं हुयी है।उन्होने बताया कि आज तक लापता एजेण्ट के खिलाफ किसी तरह की शिकायत नहीं आयी है।
पूरे परिवार की जिम्मेदारी मनोज के कंधों पर
मूल रुप से पड़ोसी गाँव सेहुद निवासी रामबाबू दुबे स्थानीय बेला रोड़ स्थित मिडिल स्कूल में सहायक अध्यापक थे।सेवानिवृति होने केबाद वह अपने दोनों पुत्रों कृष्ण कुमार और मनोज के साथ नहर पटरी कैलाश बाग में मकान बनवाकर रहने लगे।बड़े पुत्र कृष्ण कुमार को किडनी की असाध्य बीमारी तथा आपरेशन से मनोज की जिम्मेदारी और बढ़ गयी।बाद में मनोज के इकलौते पुत्र के भी दिल में छेद की बीमारी हुयी।दो वर्ष पूर्व पलवल हरियाणा में आपरेशन भी सफल रहा। इसवर्ष मनोज ने फरवरी माह में अपनी भतीजी की भी शादी की थी ।अपने अलावा भाई के परिवार तथा बृद्ध माता पिता की देखरेख के साथ मनोज समाजिक कामों में बढ़ चढ़ कर भागीदारी निभाते थे।उनके अचानक गायब होने से पूरे नगर में चर्चाओं का बाजार गरम है।दिनभर गली कूचों तक सिर्फ लापता मनोज की चर्चा चलती रही।