अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूमि पूजन की तैयारियों की समीक्षा की

-श्रीराम जन्मभूमि पहुंचकर दर्शन-पूजन के बाद और समीक्षा की, महामंत्री चपंत राय ने दी तैयारियों की जानकारी


अयोध्या। अयोध्या स्थित श्रारीम जन्मभूमि के भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में भूमि पूजन 5 जुलाई को तय हुआ है। भूमि पूजन के लिए देश भर के प्रमुख साधु-संतो के साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इस कार्यक्रम को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इसीलिए आज नाग पंचमी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने अयोध्या का कार्यक्रम बना लिया। उन्होंने न केवल जन्मभूमि पर जाकर तैयारियों का जायजा लिया बल्कि एक-एक बात और कार्यक्रम को बारीकी से समझा और सुझाव भी दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार दोपहर को अयोध्या पहुंचे। सबसे पहले हनुमान गढ़ी जाकर दर्शन-पूजन किया और आरती उतारी। उसके बाद राम मंदिर निर्माण कार्यशाला में जाकर पत्थरों की स्थिति का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के साथ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, अयोध्या राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डॉ अनिल मिश्रा और राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र भी मौजूद रहे। 
इसके बाद मुख्यमंत्री ने  श्रीराम जन्मभूमि परिसर में प्रधानमंत्री के आगमन के समय की रूपरेखा का खाका तय किया। मुख्यमंत्री ने उनके साथ चल रहे राज्य  के पर्यटन राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की दृष्टि से कुछ सुझाव भी दिए। मुख्यमंत्री के आगमन से पूरा जिला प्रशासन का अमला खासा  सजग नजर आया। 
इसके बाद मुख्यमंत्री ने अयोध्या के संतो के साथ कारसेवकपुरम् में एक बैठक भी की। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट एवं विश्व हिंदू परिषद ने इस बैठक में अयोध्या के प्रमुख संतों-महंतों को आमंत्रित किया था।  मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्य नाथ का यह 20वीं बार अयोध्या का दौरा है। जबकि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी पहली बार अयोध्या आएंगे।

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