17 साल से फरार इनामी हत्यारोपी गिरफ्तार

जानकी शरण द्विवेदी

गोंडा। जिले में करीब 17 वर्ष पूर्व दर्ज एक हत्या के मुकदमे में अब तक फरार चल रहे दो इनामी अभियुक्तों को आज अयोध्या जिले की पुलिस ने गिरफ्तार करके संबंधित मजिस्ट्रेट की अदालत पर पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी।
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने आज यहां बताया कि जिले के नवाबगंज थाने में छह जून 2007 को महावीर सिंह पुत्र कृष्णपाल सिंह निवासी तुलसीपुर माझा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सम्बन्ध में स्थानीय थाने पर हत्या का अभियोग पंजीकृत था। इस मुकदमें में गोबिन्द उर्फ संजय उर्फ विजय चेला सियानाथ पुत्र पुरुषोत्तम सिंह निवासी बड़ड्या थाना बड़ड्या जिला लखीसराय बिहार एवं सीताराम दास उर्फ विजय चेला राम शरण दास हनुमान कुटी रामघाट अयोध्या को अभियुक्त बनाया गया था। गिरफ्तारी न होने के कारण 16 फरवरी 2008 को इनकी सम्पत्ति की कुर्की के पश्चात विवेचक ने आरोप पत्र न्यायालय प्रेषित कर दिया। उन्होंने बताया कि अभियुक्त गण तब से भेष व नाम बदल-बदल कर पुलिस को चकमा देकर बच रह रहे थे। अपर सिविल जज (सी.डि.) द्वारा इनकी गिरफ्तारी का वारण्ट जारी किया गया था। इस क्रम में इनकी तलाश की जा रही थी। एसपी ने बताया कि दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर उनके द्वारा 15_15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। सोमवार को अयोध्या जिले के राम जन्मभूमि थाने के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र पांडेय और उनकी टीम ने सीताराम उर्फ विजय को रामकोट से गिरफ्तार किया। इनके निवास स्थान से अभियोग से सम्बन्धित अभिलेख आदि भी प्राप्त हुए हैं। सीताराम ने वर्ष 2011 में माननीय उच्च न्यायालय में अपने विरूद्ध प्रेषित आरोप पत्र को निरस्त करने हेतु याचिका भी योजित किया था, जिसे न्यायालय ने निरस्त कर दिया था। दूसरे अभियुक्त संजय उर्फ विजय उर्फ गोबिन्द को लक्ष्मण किला से गिरफ्तार किया। इनके भी कमरे से इस अभियोग से सम्बन्धित अभिलेख पाए गए। अयोध्या पुलिस ने आज शाम दोनों को गोंडा लाकर रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें मंडल कारागार गोंडा भेज दिया गया।

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