11 से 31 जुलाई तक मनाया जाएगा जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा
सरकार ने तय किया ‘आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी’ थीम
जानकी शरण द्विवेदी
गोण्डा। भारत सरकार द्वारा प्रति वर्ष 11 जुलाई को मनाए जाने वाले विश्व जनसंख्या दिवस की थीम इस बार ‘आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी’ निर्धारित की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य कोविड-19 महामारी में भी जनसंख्या स्थिरीकरण हेतु समुदाय को जागरुक करने के साथ-साथ प्रदेश की सकल प्रजनन दर 2.1 को प्राप्त करने हेतु परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति प्रदान करना है। गौरतलब हो कि जिले की सकल प्रजनन दर 4.1 है। एसीएमओ परिवार कल्याण कार्यक्रम डॉ मलिक आलमगीर का कहना है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार, सूबे में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए बहुस्तरीय रणनीति अपनाते हुए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, उनमें से एक प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं भी हैं। उन्होंने कहा कि देश की बढ़ती हुई आबादी चिंता का विषय है। समाज के प्रत्येक नागरिक का इस ओर ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से ही हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाये जाने का निर्णय शासन द्वारा लिया गया है। जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनपद में 11 से 31 जुलाई तक ‘सेवा प्रदायगी पखवाड़ा’ मनाया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य इकाईयों पर तथा समुदाय स्तर पर योग्य दम्पत्तियों को परिवार नियोजन के विभिन्न स्थायी एवं अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों (बास्केट ऑफ च्वाईस) की उपयोगिता एवं महत्व के बारे में समुचित जानकारी दी जाएगी। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत आधुनिक गर्भ निरोधक साधनों व परिवार नियोजन सेवाओं की सूचना, परामर्श एवं सेवाएं प्रदान करने पर जोर दिया जाएगा। स्वास्थ्य इकाईयों पर परिवार नियोजन के तरीकों एवं साधनों की प्रदर्शनी लगाकर पखवाड़े के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया जाएगा। जन जागरुकता बढ़ाने हेतु स्वास्थ्य इकाईयों एवं सार्वजानिक स्थानों पर परिवार नियोजन सम्बंधित बैनर-पोस्टर एवं दीवार लेखन तथा पम्पलेट का वितरण किया जाएगा द्य उन्होंने कहा कि पखवाड़े के दौरान भारत सरकार द्वारा जारी कोविड-19 प्रोटोकॉल का समुचित पालन किया जाएगा। पखवाड़े के दौरान महिला नसबंदी, पुरुष नसबंदी, आईयूसीडी, पीपी आईयूसीडी, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, कंडोम, गर्भनिरोधक गोली माला एन व आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली आदि की सेवाएं दी जाएंगी।
विदित हो कि पिछले वर्ष 2019 में 11 से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया गया, जिसमें 32 महिला नसबंदी, 402 आईयूसीडी, 229 पीपीआईयूसीडी व 336 गर्भनिरोधक इंजेक्शन लगाये गए द्य इसके अलावा 15,187 कंडोम, 2,293 गर्भनिरोधक गोली व 456 आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का वितरण स्वास्थ्य इकाईयों एवं समुदाय स्तर के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा वितरित किये गए। स्वास्थ्य इकाई पर बार-बार आने अथवा सम्पर्क से बचने के लिए लाभार्थियों को कंडोम और गर्भनिरोधक गोली के अतिरिक्त पैकेट (कम से कम दो महीने की आपूर्ति) प्रदान किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सेवा प्रदायगी पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य इकाईयों पर अंतरा इंजेक्शन, छाया गोली, माला एन, प्रसव पश्चात आईयूसीडी, महिला एवं पुरुष नसबंदी सहित परिवार की सभी स्थायी और अस्थायी सेवाएँ दी जाएंगी।