होली पर्व की खरीदारी से लखनऊ के अमीनाबाद बाजार में रौनक
लखनऊ (हि.स.)। अमीनाबाद बाजार का नाम उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े बाजार के रुप में आता है। होली पर्व की खरीदारी से इसी अमीनाबाद बाजार में आज-कल रौनक हो गयी है। होली की टीशर्ट, साड़ियां, घरेलू सामान, चप्पल जूते, सजावटी सामान, चटपटी चाट, कुल्फी, बैग, बच्चों की सामग्री, लेदर सामान, शीशा के सामान, बर्तन की दुकानों पर शाम होते ही चहल पहल बढ़ी हुई मिल रही है।
शीशा की सामग्री बेचने वाला दुकानदार कलीम ने कहा कि होली एक बड़ा त्यौहार है, जिसमें खरीदारी करने के लिए महिलाएं बड़ी संख्या में बाजार तक आती है। अमीनाबाद का बाजार महिलाओं को बेहद पसंद है। यहां उनके कम मूल्य पर सामग्री मिलती है तो मनपसंद व सुंदर सामग्री भी मिल जाती है। वह शीशे के सामान बेचते हैं। उनकी दुकान पर शीशा के गिलास, कप, प्लेट की बिक्री बढ़ गयी है। जिसका कारण होली की खरीदारी ही है।
अमीनाबाद बाजार में महिलाओं के वस्त्र बेचने वाले हनीफ ने कहा कि होली आते ही उनके यहां बिक्री बढ़ जाती है। वैसे तो वर्ष के हर माह में महिलाओं के वस्त्र को वह बेचते है। त्यौहारों के मौसम में बिक्री दोगुनी हो जाती है। बाजार में महिलाओं के लिए रंग बिरंगे, आकर्षक, अच्छे कपड़ों की मांग रहती है, जिसके लिए हम भी वैसी वैरायटी लेकर बाजार में आते हैं।
आचार को साइकिल पर रखकर अमीनाबाद में घूम-घूमकर बेचने वाले गोस्वामी ने बताया कि अमीनाबाद बाजार में बहुत सारे वस्तुओं की दुकानें है. तो उन्होंने यहां पर आचार बेचकर अपना गुजारा करना सही समझा। बीते सात वर्षो से वह आचार बेच रहे है। बाजार में खरीदारी करने आने वाली महिलाओं आचार खरीदने में विशेष रुचि रखती है। होली के मौसम में आचार की बिक्री होती है।
पापड़ की बिक्री करने वाले दुकानदार के बारे में गोस्वामी ने कहा कि वर्तमान समय में पापड़ की बिक्री भी खुब होती है। उनके पार्टनर पापड़ बेचने में लगे हैं। किलो की दर से पापड़ की बिक्री होती है। पापड़ का मूल्य 200 रुपये किलो, आचारों में मिर्चा का आचार का मूल्य 350 रुपये किलो, आम का आचार दो सौ रुपये किलो, लेहसुन का आचार 240 रुपये किलो की दर से बेच रहे हैं।
अमीनाबाद बााजर में होली पर रौनक होने से चाट, कुल्फी, चना, छोला बन, पकौड़ी, जूस बेचने वाले छोटे-बड़े दुकानदारों के चेहरे भी खिल आये हैं। बाजार में खरीदारी करने के बाद परिवार के साथ हल्का नाश्ता करने पर खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानदारों को आर्थिक लाभ हो रहा है। होली के एक दिन पहले तक बाजार में भीड़ रहेगी और दुकानदारों को उसका लाभ मिलता रहेगा।
शरद/मोहित